प्रार्थना करते समय इस बात को समझें, अवश्य पूरी होगी कामनाएं

Thursday, Nov 26, 2015 - 08:36 AM (IST)

एक बार किसी गांव में भयंकर सूखा पड़ गया। पानी के सारे साधन सूख गए। तब लोगों ने मिलकर इस समस्या के निवारण के लिए सभा की। सब ने तय किया कि गांव के बाहर जो शिवजी का मंदिर है, सभी वहां चलकर सामूहिक प्रार्थना करें। अगले दिन सुबह होते ही गांव के सभी लोग शिवालय की तरफ चल दिए। बच्चे, बूढ़े सब लोग बड़े जोश से भरे हुए थे। उनमें एक युवक ने अपने हाथ में छाता ले रखा था, सब लोगों ने उसका मजाक बनाया और उस पर हंसने लगे। पंडित ने उससे कहा अरे बावले यह छाता क्यों ले आया। एक अन्य ग्रामीण ने कहा कि अभी न धूप है, न बारिश तो अभी से यह क्यों उठा लिया। 
 
इस पर उस युवक ने कहा कि हम भगवान से वर्षा के लिए ही तो प्रार्थना करने जा रहे हैं न, तो जब बरसात होगी तो यह काम आएगा इस पर एक बुजुर्ग ने गंभीर होकर कहा कि भगवान पर तुम्हारा अटूट विश्वास है इसलिए यही वह विश्वास है जिससे वर्षा होगी और सच में वह आधे रास्ते ही पहुंचे थे कि बारिश शुरू हो गई। इस पर सभी ग्रामीण भीगते हुए अपने घरों को आए और वह युवक आराम से छाता लिए मस्ती में अपने घर लौटा।

 

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