आंतरिक शांति को जानने पहचानने और प्राप्त करने के लिए पढ़ें...
punjabkesari.in Monday, Sep 19, 2016 - 02:58 PM (IST)

आंतरिक शांति वह अवस्था है जो चिंता से मुक्त हो, जिसमें व्यक्ति मानसिक और भावनात्मक रूप से शांत हो, जहां नकारात्मक विचार, तनाव और परेशानी पैदा करने वाले कारक न हों।
शांत होने का साधारण अर्थ है कि मन की वह अवस्था जहां केवल सकारात्मक विचार, विश्वास, आंतरिक मजबूती व खुशियों का प्रवाह हो और कठिन तथा पीड़ादायक स्थितियों में अपने ऊपर नियंत्रण हो।
जैसा कि हम जानते हैं कि आंतरिक शांति सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह से संबंधित है जो कि हर व्यक्ति के लिए आवश्यक है रोजाना के जीवन के सही कामकाज के लिए। नीचे कुछ बिंदु बतलाते हैं कि हमें आंतरिक शांति की आवश्यकता क्यों है।
* यह हमें विनम्र और संतोष अनुभव करवाती है।
* यह नकारात्मक विचारों या अनुभूतियों को दूर करती है और अशांति से मुक्त कर मन को शांत करती है।
* रोजाना की मुश्किलों का सामना करने की काबिलियत हमें प्रदान करती है।
* अपने मन पर फोकस रखने की काबिलियत को बढ़ाती है।
* आंतरिक मजबूती को बढ़ाने में मदद करती है।
अब प्रश्न यह उठता है कि आंतरिक शांति की अवस्था को कैसे प्राप्त किया जाए
1. सच्चाई को स्वीकारो
आंतरिक शांति पाने के लिए पहले सच्चाई को स्वीकारो और उस पर विश्वास करो जो कि आवश्यक है। सच्चाई को स्वीकारने से आप हानिकारक विचारों से मुक्त हो जाएंगे।
2. किसी को दोष मत दो
दोष लगाना मनुष्य के जीवन की सबसे बड़ी कठिनाई है जो शांतिपूर्ण जीवन जीने में बाधा पैदा कर सकती है।
3. अनुशासनिक व्यवहार आंतरिक शांति की ओर जाता है। अनुशासनिक व्यवहार की सहायता से आप रोज के जीवन की परिस्थितियों का सामना करने के योग्य बन जाते हो और शांति, सुख पा सकते हो।
4. दूसरे से कोई आशा मत रखो। उम्मीदें हमेशा मन की सकारात्मक अवस्था को बर्बाद करती हैं। ये व्यक्ति को आंतरिक और मानसिक रूप से दुखी करती हैं इसलिए दूसरों से कोई आशा न रखो।
5. सभी कामों को प्यार से करो
आप जो भी करते हैं, जहां भी करते हैं, सभी चीजों को अपना श्रेष्ठ देकर करो जो आपको खुशी, विश्वास और आंतरिक मजबूती प्रदान करता है।