आज संध्याकाल में करना न भूलें वरना भगवान शंकर नहीं करेंगे आप पर कृपा

Wednesday, Jan 22, 2020 - 05:51 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आज 22 जनवरी को माघ माह का बुध प्रदोष मनाया जा रहा है। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार प्रदोष व्रत के नाम से ही ये पता चलता है कि इस दिन प्रदोष काल में इनकी पूजा करनी अति शुभदायी मानी जाती है। क्योंकि प्रदोष का मतलब होता है संध्यकाल यानि शाम का समय। वैसे तो सुबह की पूजा को हिंदू धर्म में अधिक महत्व दिया जाता है। परंतु जब बात प्रदोष व्रत की बात होती है तब शिव जी की आराधना के लिए सर्वश्रेष्ठ समय संध्याकाल का माना जाता है। तो अगर आप आज शिव जी की पूजा कर चुके हैं और शाम को फिर से इनकी कृपा पाने के लिए इन्हें प्रसन्न करने की सोच रहे हैं तो आपको बता दें इसके लिए आप कुछ ज्योतिष उपाय भी कर सकते हैं। जी हां, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन उपायों को करने से कालों के काल देवों के देव महादेव अधिक शीघ्र प्रसन्न होते हैं। इतना ही नहीं बल्कि इन्हें अपनाने से विभिन्न तरह की कामनाएं भी पूरी होती हैं। आईए जानते हैं ये चमत्कारी उपाय- 

बुध प्रदोष पर इन उपायों को करने से मिलेगा धन धान्य का महा-वरदान 
घर के बड़े बुजुर्ग अपने घर के बच्चों के हाथ से गरीब बच्चों को मिठाई तथा हरी वस्तुओं का दान करवाएं, इससे बच्चों का भाग्य चमकेगा। 

5 सुपारी, 5 इलायची तथा 5मोदक भगवान गणेश को अर्पित करें। सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होगी। 

क्योंकि बुध प्रदोष व्रत है तो इसे दिन भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व होता है। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार इस दिन भगवान गणेश के सामने घी का दीया जलाकर शुद्ध आसन पर बैठकर ॐ गं गणपतए नमः मंत्र का एक माला जाप करें।
प्रदोष काल यानि शाम में शिवलिंग पर जल में कच्चा दूध मिलाकर अभिषेक करें तथा भगवान शिव के सामने तिल के तेल का चौमुखा दीया जलाएं तथा नमः शिवाय का जाप करें।

बुध प्रदोष व्रत से लेकर लगातार तीन दिन तक करने से घर में धन धान्य की वृद्धि होगी, पूजा के बाद मोदक बच्चों को बांट दें। 

व्यवसाय में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए भगवान शिव का अभिषेक करें।

Jyoti

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