मानो या न मानो लेकिन ऐसा भी होता है, भूतों की दुन‌िया से जुड़ी कुछ बातें !

Friday, May 13, 2016 - 10:05 AM (IST)

भूतों-प्रेतों से संबंधित विभिन्न मान्यताएं हैं लेकिन इनमें कितनी सच्चाई है इसको सटीक तरीके से बता पाना संभव नहीं है। इन ऊपरी शक्तियों की गति एवं शक्ति असीम होती है। इनकी बहुत सी जातियां होती हैं जैसे भूत, प्रेत, राक्षस, पिशाच, यम, शाकिनी, डाकिनी, चुड़ैल, गंधर्व आदि। अधिकतर लोग मानते हैं क‌ि भूत बहुत भयानक होते हैं और यह लोगों को परेशान करते हैं लेक‌िन भूतों की दुन‌िया से जुड़ी कुछ बातें बताते हुए पैरानार्मल विशेज्ञ कहते हैं कि-

 
भूत द‌िखने में जीव‌ित इंसान जैसे प्रतित होते हैं। जल्दी क‌िसी को दिखते नहीं और दिख भी जाएं तो धुंधले तौर पर दिखते हैं। सभी भूत बुरे नहीं होते हजारों में कोई बुरी आत्मा होती है जो लोगों को परेशान करती है। भूत किसी जीवित इंसान का अपने क्षेत्र में आना पंसद नहीं करते।  
 
हिंदू धर्म में किसी भी व्यक्ति की मृत्यु के उपरांत घर में गरुड़ पुराण का पाठ करवाया जाता है। जिससे यह सिद्ध हो जाता है की मरणोपरांत व्यक्ति का अस्तित्व आत्मा अथवा भूत-प्रेत के रूप में होता है। जब पितृ पक्ष आरंभ होता है तो हिन्दू अपने पितरों का तर्पण करते हैं। 
 
श्रीमद्भागवत में धुंधकारी के प्रेत बनने का वर्णन आता है। उनके भाई गोकर्ण गया तीर्थ में उनका पिण्ड दान करके आए थे फिर भी उन्हें मुक्ति प्राप्त नहीं हुई। श्रीकृष्ण महिमा श्रवण करके श्रीमद्भागवतम की कथा सुनकर धुंधकारी का कल्याण हुआ।
 
देखा गया है कि बहुत से मकान अधूरे रह जाते हैं जहां कोई भी जाकर रहना पसंद नहीं करता। ऐसे मकान रेस्ट हाऊस बन जाते हैं। यहां पर कुत्ते, बिल्ली और भिखारी इत्यादि कुछ समय के लिए डेरा बनाते हैं और चले जाते हैं। ऐसे मकानों में भूत-प्रेत वास करते हैं, ऐसा भ्रम होता है। यदि ऐसे घर में थोड़ी रहने की जगह हो और वहां कोई परिवार रहने की कोशिश करता है तो उस परिवार की तरक्की नहीं होती, उनका आपस में हमेशा विवाद रहता है चाहे जितना भी कमाए सब बर्बाद हो जाता है।
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