अपने अच्छे भविष्य के लिए ध्यान रखें ये बात

Wednesday, Sep 30, 2015 - 03:46 PM (IST)

दर्शनशास्त्र के एक प्रोफैसर ने कुछ चीजों के साथ कक्षा में प्रवेश किया। जब कक्षा शुरू हुई तो उन्होंने एक बड़ा-सा खाली शीशे का जार लिया और उसमें पत्थर के बड़े-बड़े टुकड़े भरने लगे। फिर उन्होंने छात्रों से पूछा कि क्या जार भर गया है? और सभी ने कहा ‘‘हां’’।
 
तब प्रोफैसर ने छोटे-छोटे कंकरों से भरा एक बॉक्स लिया और उन्हें जार में भरने लगे। जार को थोड़ा हिलाने पर ये कंकर पत्थरों के बीच स्थापित हो गए। एक बार फिर उन्होंने छात्रों से पूछा कि क्या जार भर गया है? और सभी ने हां में उत्तर दिया।
तभी प्रोफैसर ने एक सैंड बॉक्स निकाला और उसमें भरी रेत को जार में डालने लगे। रेत ने बची-खुची जगह भी भर दी और एक बार फिर उन्होंने पूछा कि क्या जार भर गया है और सभी ने एक साथ उत्तर दिया ‘‘हां’’।
 
फिर प्रोफैसर ने समझाना शुरू किया, ‘‘मैं चाहता हूं कि आप इस बात को समझें कि यह जार आपके जीवन को दर्शाता है। बड़े-बड़े पत्थर आपके जीवन की जरूरी चीजें हैं। आपका परिवार, आपका जीवनसाथी, आपका स्वास्थ्य, आपके बच्चे ऐसी चीजें हैं कि अगर आपकी बाकी सारी चीजें खो भी जाएं और सिर्फ ये रहें तो भी आपकी जिंदगी में पूर्णता रहेगी।’’
 
ये कंकर कुछ अन्य चीजें हैं जो मैटर करती हैं जैसे कि आपकी जॉब, आपका घर इत्यादि और यह रेत बाकी सभी छोटी-मोटी चीजों को दर्शाती है। अगर आप जार को पहले रेत से भर देंगे तो कंकरों और पत्थरों के लिए कोई जगह नहीं बचेगी। यही आपके जीवन के साथ होता है। अगर आप अपना सारा समय और ऊर्जा छोटी-छोटी चीजों में लगा देंगे तो आपके पास कभी उन चीजों के लिए समय नहीं होगा जो आपके लिए जरूरी हैं। 
 
उन चीजों पर ध्यान दीजिए जो आपकी खुशी के लिए जरूरी हैं। बच्चों के साथ खेलिए, अपने जीवनसाथी के साथ डांस कीजिए। काम पर जाने के लिए, घर साफ करने के लिए, पार्टी देने के लिए हमेशा वक्त होगा। पर पहले पत्थरों पर ध्यान दीजिए, ऐसी चीजें जो सचमुच मैटर करती हैं। अपनी प्राथमिकताओं को तय कीजिए। बाकी चीजें बस रेत हैं। 
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