टीम इंडिया के लिए आज करो या मरो का मुकाबला, ये हैं जीत के पांच मंत्र

Monday, Oct 05, 2015 - 01:53 PM (IST)

कटक: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले ही मुकाबले में हारी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सोमवार को यहां होने वाला दूसरा ट्वंटी 20 मैच ''करो या मरो'' का होगा जिसमें जीत जहां उसे बराबरी दिला देगी तो हार से सीरीज मेहमान टीम की झोली में चली जाएगी।  
 
तीन ट्वंटी 20 मैचों की सीरीज में दक्षिण अफ्रीका पिछला मैच जीतकर 1-0 से आगे है और अब उसकी कोशिश इस प्रदर्शन को दोहराकर सीरीज कब्जाने की है। हालांकि पिछले मैच के साथ ही ट्वंटी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में कप्तानी का अर्धशतक लगा चुके महेंद्र सिंह धोनी इस बार अधिक सर्तकता के साथ उतरेंगे और उम्मीद है कि वह पिछली गलतियों से सबक लेते हुए बेहतर रणनीति बनाएंगे।
 
भारतीय टीम ने धर्मशाला में बेहतरीन प्रदर्शन कर दक्षिण अफ्रीका के सामने 200 रन का बड़ा लक्ष्य रखा था लेकिन अच्छी शुरूआत के बावजूद उसके गेंदबाजों के शर्मनाक प्रदर्शन ने बल्लेबाजों की मेहनत पर पानी फेर दिया था। दक्षिण अफ्रीकी टीम के पास बल्लेबाजों के साथ साथ गेंदबाजों का भी बेहतर संयोजन है और विदेशी जमीन पर उसका अच्छा रिकार्ड साबित करता है कि भारत की राह उतनी भी आसान नहीं होने वाली है।  
 
पिछले मैच के हीरो रहे दक्षिण अफ्रीकी आलराऊंडर जे पी डुमिनी ने टीम के शुरूआती 3 विकेट गिरने के बावजूद अपनी नाबाद 68 रन की पारी से पूरे मैच का रूख पलट कर रख दिया था और इस बार भी सबसे अधिक निगाहें उन्हीं पर होंगी। डुमिनी के उपमहाद्वीप की पिचों पर इतने अच्छे प्रदर्शन का श्रेय इंडियन प्रीमियर ट्वंटी 20 लीग को भी जाता है और इसी अनुभव को उन्होंने अपनी जमीन पर खेल रही भारतीय टीम के खिलाफ बखूबी इस्तेमाल किया। 
 
 
ये हैं जीत के पांच सूत्र: 
 
बेहतर और तेज शुरुआत
रोहित शर्मा ने धर्मशाला में एक तूफानी पारी जरूर खेली, लेकिन पहले पांच ओवरों में टीम इंडिया महज 32 रन ही जोड़ सकी। इस कमजारी पर टीम को ध्यान देना होगा। एक बेहतर और तेज शुरुआत आगे आने वाले बल्लेबाजों के लिए व टीम के लिए अच्छी रहेगी।
 
स्लॉग ओवर में अधिक रन बनाने होंगे
 
टीम इंडिया को अंतिम के ओवरों में ज्यादा रन बनाने होंगे. पहले मैच में टीम इंडिया ने पांच ओवर में सिर्फ 41 रन बनाए थे। जबकि अफ्रीकी बल्लेबाजों ने 66 रन बनाए थे जिससे मैच का रुख बदल गया।
 
 
फिल्डिंग में सुधार
कैच और फिल्डिंग के मामले में सुरेश रैना, रोहित शर्मा, विराट कोहली, अजिंक्या रहाणे समेत कप्तान धोनी का जवाब नहीं है पर धर्मशाला के मैच में भारत की खराब फिल्डिंग भी हार का कारण थी।
 
दक्षिण अफ्रीकी टीम के डिविलियर्स, डेविड मिलर, फॉफ डुप्लेसी ये वो नाम है जो मैदान के जिस छोर पर खड़े होते हैं उधर बल्लेबाज की कलाई गलती से ही मुड़ती है। इनसे रन चुराने की तो कोई सोच भी नहीं सकता। ऐसा ही खौफ भारत के खिलाडिय़ों को भी पैदा करना होगा। जिससे गेंदबाजों को कुछ राहत मिले।
 
बारिश और टॉस की होगी महत्वपूर्ण भूमिका
 कटक में इस वक्त मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. दो दिन से बारिश हो रही है और इस मैच में भी बारिश की संभावना है. ऐसे में दोनों ही टीम टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला करेगी।
 
 
अश्विन पर होंगी सबकी नजरें
पहले टी-20 में आर. अश्विन सबसे सफल बॉलर साबित हुए थे। उन्होंने चार ओवर्स में 26 रन देकर एक विकेट लिया था। विरोधी टीम के कप्तान फाफ डू प्लेसी भी अश्विन की तारीफ कर चुके हैं. अफ्रीकी टीम के पास अश्विन की गेंदबाजी का कोई जवाब नहीं दिख रहा। कटक की पिच लगभग धर्मशाला की ही तरह है। इसलिए आर. अश्विन से अच्छी परफॉर्मेंस की उम्मीद की जा सकती है।

रन आउट से बचना होगा
 
पहले मैच में टीम इंडिया के दो बल्लेबाज रन आउट हुए जिसका असर टीम के स्कोर पर दिखा। बेहतर तालमेल की कमी के कारण शिखर धवन और रायडू रन आउट हुए जिसका खामियजा टीम इंडिया को भुगतना पड़ा।
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