अब पहले जैसा नहीं रहेगी ऑनलाइन शॉपिंग, डिस्काउंट में कटौती

Thursday, Mar 31, 2016 - 12:38 PM (IST)

नई दिल्ली: ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए अब फ्लिपकार्ट, आमेजन तथा स्नैपडील जैसी ई-खुदरा कंपनियों को आकर्षक छूट देने में कठिनाई हो सकती है। आनलाइन खुदरा बिक्री मंच (मार्केटप्लेसेस) पर जारी नए दिशानिर्देश में ऐसी कंपनियों पर वस्तुओं एवं सेवाओं की कीमतों को प्रभावित करने से रोक लगाई गई है।

 

वस्तुओं एवं सेवाओं के बिक्री मूल्य को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से प्रभावित नहीं करने और सबके लिए सामान अवसर बनाए रखने  के दिशानिर्देश देते हुए सरकार ने ई-वाणिज्य खुदरा क्षेत्र में ऑनलाइन बिक्री मंच के मामले में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई) की मंजूरी दे दी।  

 

एक अधिकारी ने कहा, छूट केवल वस्तुओं या सेवाओं के मालिक द्वारा दी जा सकती है। ओद्योगिक नीति एवं संवर्द्धन विभाग के संयुक्त सचिव अतुल चतुर्वेदी ने टिवटर पर लिखा है, ई-वाणिज्य दिशानिर्देश खुदरा बिक्री मंच पर पंजीकत माल रखने वालों यानी बिक्रेताओं को छूट देते हुए कीमत निर्धारण की अनुमति देता है।

 

उन्होंने कहा कि दिशानिर्देश ऐसे बाजारों तथा भौतिक रूप से उपलब्ध दुकानों के बीच संतुलन बनाता है। चतुर्वेदी ने कहा, यह बाजार खराब करने वाली कीमत को समाप्त करेगी और समान अवसर उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि ये नियम  और सबके लिए सामान अवसर बनाए रखेंगी।एसएमई के लिये फायदेमंद है क्योंकि वे बिना भौतिक रूप से अपनी दुकानें खोले माल बेच सकते हैं और रोजगार सजित कर सकते हैं।

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