ये हैं ‘पावरफुल बिजनैस वूमैन, जिन्होंने Forbes में बनाई अपनी खास जगह

Wednesday, May 04, 2016 - 12:47 PM (IST)

नई दिल्ली: फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार नीता अंबानी एशिया की सबसे शक्तिशाली बिजनैस वूमैन हैं। पत्रिका की 50 ‘पावरफुल बिजनैस वूमैन’ सूची में 8 भारतीय महिलाओं को स्थान मिला है।

नीता अम्बानी (रिलायंस फाऊंडेशन की चेयरपर्सन, सूची में पहला स्थान)
52 वर्षीय नीता को सूची में पहली बार स्थान मिला क्योंकि रिलायंस इंडस्ट्रीज में उनका कद लगातार बढ़ रहा है जिसका नेतृत्व उनके पति तथा देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी के पास है। जहां देश में अधिकतर अरबपतियों की पत्नियां अपने पति की छत्रछाया में ही संतुष्ट रहती हैं, रिलायंस साम्राज्य में नीता का बढ़ता कद कुछ असामान्य है जिसने उन्हें पावरफुल बिजनैस वूमैन रैकिंग में टॉप स्थान दिला दिया है।

अरुंधति भट्टाचार्य (एस.बी.आई. की चेयरपर्सन तथा मैनेजिंग डायरैक्टर, दूसरा स्थान)
इस वक्त स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का नेतृत्व करते हुए उनके सामने वह बड़ी चुनौती है क्योंकि उनका बैंक बढ़ते ‘बुरे ऋण’ से जूझ रहा है। गत वर्ष दिसम्बर में यह 11 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया था जिसकी वजह से बैंक के मुनाफे में 60'' गिरावट हुई।

अंबिगा धीरज (मू सिगमा की सी.ई.ओ., 14वां स्थान)
भारतीय स्वामित्व वाली किसी टैक्नोलॉजी कम्पनी की वह प्रथम महिला प्रमुख बन गईं जब उन्होंने डाटा एनालिटिक्स सेवाएं प्रदान करने वाली कम्पनी मू सिगमा का सी.ई.ओ. पद वर्ष 2004 में अपने पति तथा कम्पनी के संस्थापक धीरज राजाराम से सम्भाला था।
 
दीपाली गोयंका (वैलस्पन इंडिया की सी.ई.ओ., 16वां स्थान)
46 वर्षीय दीपाली होम टैक्सटाइल निर्माता कम्पनी वैलस्पन इंडिया की प्रमुख हैं जो 3 बिलियन डॉलर रैवेन्यू वाले उनके परिवार के वैलस्पन ग्रुप का हिस्सा है।  दीपाली ने जब 5 साल पहले कम्पनी का सर्वोच्च पद संभाला तो पुरुष बहुल उद्योग जगत में ऐसी चर्चा थी कि क्या वैलस्पन का दिमाग फिर गया है परन्तु कम्पनी का मुनाफा कई गुणा बढ़ा कर उन्होंने सबके मुंह बंद कर दिए हैं।

विनिता गुप्ता (लुपिन की सी.ई.ओ., 18वां स्थान)
48 वर्षीय विनिता देश की तीसरी सबसे बड़ी फार्मास्युटिकल कम्पनी को चलाती हैं जिसका रैवेन्यू 2 बिलियन डॉलर है। गत वर्ष उन्होंने 1.2 बिलियन डॉलर के अधिग्रहण किए। इसमें सबसे बड़ा 880 मिलियन डॉलर में गेविस फार्मा का अधिग्रहण है जिसके बाद लुपिन को अमेरिका में पहला निर्माण संंयंत्र उपलब्ध हो गया है।

वंदना लूथरा (वी.एल.सी.सी. हैल्थ केयर की संस्थापक व वाइस चेयरमैन, 26वां स्थान)
56 वर्षीय वंदना ने देश में ब्यूटी व वैलनैस बिजनैस को एक प्रमुख स्थान दिलाया है।

चंदा कोचर (आई.सी.आई.सी. आई. बैंक की एम.डी. व सी.ई.ओ., 22वां स्थान)
54 वर्षीय चंदा का नाम पॉवर लिस्ट में नियमित रहता है। उन्होंने कम्पनी में ‘आई वर्क एट होम’ जैसे कार्यक्रम शुरू किए जो कर्मचारियों को घर से काम करने की स्वतंत्रता देते हैं। इसका मकसद प्रतिभाशाली महिला स्टाफ को अपने साथ जोड़े रखना है।

किरण मजूमदार-शॉ (बायोकॉन की संस्थापक-चेयरपर्सन, 28वां स्थान)
63 वर्षीय किरण एक ‘सैल्फ मेड लीडर’ हैं। उन्होंने अपनी कम्पनी को इंसुलिन निर्माण में प्रमुख स्थान दिलाया है।

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