चाणक्य नीति सूत्र: आपके प्रिय व्यक्ति में ये गुण न हों तो उसे त्याग दें

Tuesday, Mar 22, 2016 - 03:35 PM (IST)

अविनीत व्यक्ति से दूर रहो 

अविनीतं स्नेहमात्रेण न मंत्रे कुर्वीत।

अविनीत व्यक्ति को स्नेही होने पर भी अपनी मंत्रणा में नहीं रखना चाहिए।

राजा को चाहिए कि ऐसे व्यक्ति को राज-काज की गोपनीय मंत्रणा में कभी न रखे, जिसमें विनम्रता न हो। वह व्यक्ति चाहे कितना भी प्रिय क्यों न हो। 

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