चाणक्य नीति: रिश्तों में एकता होने पर भी उनकी इन बातों पर रखें ध्यान

Sunday, Sep 18, 2016 - 04:24 PM (IST)

आचार्य चाणक्य एक बड़े दूरदर्शी विद्वान थे। चाणक्य जैसे बुद्धिमान, रणनीतिज्ञ, चरित्रवान व राष्ट्रहित के प्रति समर्पित भाव वाले व्यक्ति भारत के इतिहास में ढूंढने से भी बहुत कम मिलते हैं। इनकी नीतियों में उत्तम जीवन का निर्वाह करने के बहुत से रहस्य समाहित हैं, जो आज भी उतने ही कारगर सिद्ध होते हैं। जितने कल थे। अर्थशास्त्र के रचियता आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन से प्राप्त अनुभवों का संकलन किया था, जिसे दुनिया चाणक्य नीति के नाम से जानती है। चाणक्य नीति की ज्यादातर बातें सिर्फ आदर्श से प्रभावित नहीं हैं, उनमें यथार्थ की स्पष्ट झलक है। इन नीतियों को अपने जीवन में अपनाने से बहुत सी समस्याओं से बचा जा सकता है। चाणक्य ने व्यक्ति को बताया है कि आपसी रिश्तों में एकता होने पर भी सावधान रहने से सुरक्षित रहा जा सकता है। 


संधायैकतो वा।


व्याख्या : संधि और एकता होने पर भी सतर्क रहें। पड़ोसी राजा से संधि और एकता होने पर भी उसकी गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए और सावधान रहना चाहिए।

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