चाणक्य नीति: ये 4 बातें अच्छी होने पर भी है बेकार

Tuesday, Aug 09, 2016 - 10:26 AM (IST)

आचार्य चाणक्य ने बहुत सारी नीतियां बनाई हैं। जिनका पालन करने से प्रत्येक प्रकार की परेशानियों से छुटकारा मिलता है। चाणक्य ने अपनी नीतियों के बल पर ही एक  सामान्य बालक चंद्रगुप्त को अखंड भारत का सम्राट बनाया था। आचार्य चाणक्य ने ऐसी बातों के बारे में बताया है, जिनका उचित प्रयोग न होने पर वह बेकार होती है।

 

ऐसा सौंदर्य बेकार

जिस स्त्री-पुरुष में गुण और संस्कार न हो उनकी सुंदरता बेकार है। जिस व्यक्ति में अच्छे गुण, ज्ञान और संस्कार नहीं होते वे सुंदर होने के बाद भी समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति नहीं कर पाता। गुणी व्यक्ति दिखने में सुंदर न भी हो फिर भी प्रत्येक स्थान पर उसे सम्मान मिलता है।

 

ऐसी शिक्षा व्यर्थ है

शिक्षित व्यक्ति के पास किसी कार्य की निपुणता न हो तो उसकी शिक्षा व्यर्थ है। वही शिक्षा उत्तम होती है, जिसका उपयोग किया जा सके। इसलिए व्यक्ति जिस कार्य में योग्य है उसे उसी प्रकार की शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए। 

 

इस प्रकार का धन बेकार है

जिस धन का प्रयोग स्वयं, परिवार अौर समाज की भलाई के लिए न किया जाए वह व्यर्थ है। धन को संचित करने से उत्तम है कि उसे सभी की भलाई के लिए प्रयोग किया जा सके। यदि धन को संचित करते रहेंगे अौर उसका प्रयोग नहीं करेंगे अर्थात उसे किसी की भलाई के लिए प्रयोग नहीं करेंगे तो वह ऐसे ही पड़ा रहेगा। ऐसा धन संचय व्यर्थ है।

 

ऐसे होता है उच्च कुल बर्बाद

श्रेष्ठ और उच्च कुल में किसी एक व्यक्ति का चरित्र अच्छा नहीं है तो वह कुल बर्बाद हो जाता है।जिसके कारण पूरे कुल की बदनामी हो जाती है। लोग पिछले लोगों द्वारा किए अच्छे कार्यों को भूल जाते हैंं अौर वर्तमान में बुरे काम करने वाले के कारण पूरा कुल बदनाम हो जाता है।

 

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