चाणक्य नीति

Monday, Mar 16, 2015 - 10:10 AM (IST)

- शक्तिशाली लोगों के लिए कोई कार्य कठिन नहीं । व्यापारियों के लिए कोई जगह दूर नहीं । विद्वानों के लिए कोई देश, विदेश नहीं है । मृदुभाषियों के लिए कोई शत्रु नहीं ।

- जिस देश में सम्मान नहीं, रोजगार नहीं, मित्रता नहीं, ज्ञान प्राप्त करने के साधन नहीं, वहां कभी नहीं रहना चाहिए ।

- जो व्यक्ति सामने अच्छा व्यवहार कर पीठ पीछे बुराई करते हैं, वह विष के घड़े के समान हैं, जिसकी ऊपरी सतह पर दूध लेकिन अंदर जहर भरा है, इसलिए ऐसे व्यक्ति से दूर रहना चाहिए ।

- मूर्खों के साथ मित्रता नहीं रखनी चाहिए, क्योंकि वे अपने कटु वचनों से हृदय को वैसे ही छलनी करते हैं, जैसे अदृश्य कांटा पैर में चुभता है ।

- दुराचारी और पापी से मित्रता करने वाला शीघ्र नष्ट हो जाता है ।

 

Advertising