जुल्फिकार केस : नाबालिग मुकरा बयानों से

Sunday, Feb 07, 2016 - 02:35 AM (IST)

 चंडीगढ़, (बृजेन्द्र ): देश के दूसरे चाइल्ड विटनैस कोर्ट रूम के उद्घाटन के बाद दूसरे केस की सुनवाई में शनिवार को यहां नाबालिग मुकर गया। 15 वर्षीय नाबालिग चर्चित ‘जुल्फिकार केस’ में ‘होस्टाइल’ हुआ है। उसने बयानों के दौरान आरोपी के कमरे में बैठे जुल्फिकार को विशेष सी.सी.टी.वी. स्क्रीन से देख कर कहा कि उसने उसके साथ कभी गलत हरकत (कुकर्म) नहीं की। साथ ही उसने कहा कि वह उस तस्वीर में भी नहीं है जिसमें जुल्फिकार के साथ उसका होना बताया गया है। इस फोटो को बतौर सबूत पुलिस ने जुल्फिकार के खिलाफ चालान में पेश किया था। बच्चे ने पुलिस को दिए बयान से मुकरते हुए कहा कि उसने कोई बयान दर्ज नहीं करवाए थे। 

बच्चे ने कहा कि वह 11वीं का छात्र था और जुल्फिकार के ऑफिस में केवल बच्चों को पढ़ाने जाता था। उसने रात को घर पर रुकने की बात से मना किया। हालांकि कोर्ट के सवाल पर वह मान गया कि वह रात को भी ऑफिस में रुकता था। जुल्फिकार के खिलाफ कुल 5 चालानों में से एक में यह नाबालिग पीड़ित के रूप में है। इससे पहले भी यह पीड़ित अदालत को अर्जी दे जुल्फिकार के खिलाफ आरोपों से इंकार कर चुका है। पूर्व में जुल्फिकार की एक जमानत अर्जी में भी बच्चों की अर्जी को बचाव पक्ष ने शामिल किया था।

जुल्फिकार को 2013 में पहली बार बच्चे के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा:

 जुल्फिकार के खिलाफ यू.टी. पुलिस को शिकायत देने वाले ‘एजुकेशन फस्र्ट’ नामक एन.जी.ओ. से जुड़े शिकायतकर्त्ता कंवरपाल ने भी बयान अदालत को दर्ज करवाए। एडिशनल सैशन जज जे.एस. सिद्धू की कोर्ट में बयान दर्ज करवाते हुए कंवरपाल ने कहा कि उसने कई साल पहले 1990 में जुल्फिकार के साथ काम (नाटक आदि) शुरु किया था। दो साल बाद जुल्फिकार ने थिएटर एज नामक एन.जी.ओ. बनाई। कंवरपाल ने कहा कि जुल्फिकार ने 2001 तक एन.जी.ओ. के नाम पर आने वाली रकम से सैक्टर-25 में मकान समेत कई प्रॉपर्टीज खरीदी। इसके बाद वर्ष 2013 में उसने जुल्फिकार को नाबालिग बच्चे के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा और विरोध किया। जुल्फिकार ने उसे दबाते हुए कहा कि बिना सबूत वह उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। कंवरपाल के मुताबिक वह घटना के करीब हफ्ते भर तक जुल्फिकार के ऑफिस नहीं गया और जब उसे पता चला कि जुल्फिकार और बच्चों के साथ भी इस वारदात को अंजाम देता है तो उसने उसके साथ काम छोड़ दिया। कंवरपाल के मुताबिक पिछले वर्ष उसे एक बच्चे ने जुल्फिकार की कुछ अश्लील तस्वीरें दिखाईं जिसमें वह बच्चों के साथ गलत काम करता दिख रहा था। इन्हें देखने के बाद कंवरपाल ने पुलिस को शिकायत दी। कंवरपाल के बयान पांचों चालानों में मान्य होंगे। वहीं बचाव पक्ष उसका 19 फरवरी को क्रॉस एग्जामिनेशन करेगा। 

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