एक्स-रे सुपरवाइजर की मौत प्रशासनिक कत्ल

punjabkesari.in Saturday, Sep 23, 2017 - 08:00 AM (IST)

चंडीगढ़ (रमेश): पी.जी.आई. चंडीगढ़ के एक्सरे विभाग के कार्यरत सुपरवाइजर सुरेश गक्खड़ की कार्डिक अरैस्ट के कारण मौत हो गई। गक्खड़ के परिवार व पी.जी.आई. मैडीकल टैक्नोलॉजिस्ट एसोसिएशन ने आरोप लगाया है कि उनकी मौत प्रशासनिक कत्ल है क्योंकि उसे पी.जी.आई. प्रशासन द्वारा काफी समय से मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा था। एसोसिएशन और सुरेश की पत्नी डा. गुरप्रीत कौर ने पहले ही पी.जी.आई. प्रशासन व कंसर्न अथॉरिटी को सुरेश को मानसिक रूप से प्रताडि़त किए जाने की शिकायत की थी लेकिन जब प्रशासनिक टूर पर सुरेश को राहत नहीं मिली तो मामला कोर्ट तक चला गया था, जहां 20 सितम्बर को मामले की सुनवाई हुई थी। 

 

इसके बाद से ही गक्खड़ दम्पति तनावग्रस्त था, जिसके चलते सुरेश को कार्डिक अरैस्ट आया और उसकी मौत हो गई। पत्नी ने दी थी पी.जी.आई. प्रशासन को शिकायत: मृतक सुरेश की पत्नी डा. गुरप्रीत कौर ने 11 मार्च 2017 को शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके पति सुरेश को विभागाध्यक्ष व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की और से मानसिक व शारीरिक रूप से टॉर्चर किया जा रहा है, जिन्हें 16 फरवरी को कमरे में बंद कर टॉचर किया गया था और अफसरों की खिलाफत करने का परिणाम भुगतने की धमकियां दी गई थी।  


 

तीन प्रोफैसरों के खिलाफ एफ.आई.आर. की तैयारी 
पी.जी.आई. के पूर्व निदेशक प्रोफैसर योगेश चावला, रेडियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. एन.के. खंडेलवाल और डा. एस.सी. बंसल को सुरेश गक्खड़ की मौत का जिम्मेदार बताते हुए पी.जी.आई. की मैडीकल टैक्नोलॉजिस्ट एसोसिएशन शनिवार को पुलिस हैडक्वार्टर में पब्लिक विंडो में शिकायत दाखिल करने जा रही है। एसोसिएशन का मानना है कि अगर उस समय के पी.जी.आई. निदेशक योगेश चावला मामले को गंभीरता से लेते हुए शिकायत पर जांच बिठाते तो शायद जो हुआ, वो ना होता।

 

स्वास्थ्य मंत्री को भी दी थी शिकायत की प्रति 
मैडीकल टैक्नोलॉजिस्ट एसोसिएशन के महासचिव अश्विनी मुंजाल ने बताया कि उन्होंने सुरेश को प्रताडि़त किए जाने के संबंध में शिकायत 1 मई को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा को भी दी थी, जिसकी प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेज कर मामले की जांच किए जाने की मांग की गई थी।


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