विश्व पैरा चैम्पियनशिप में भारत को पदक दिलाने वाले अमित कुमार सरोहा ने साझा किए अनुभव

Friday, Nov 24, 2017 - 12:47 PM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन) : हार शब्द बहुत बड़ा है लेकिन यह बहुत कुछ सिखाता है इसलिए हार से हताश न होकर उत्साहित होकर अगले मुकाबले की तैयारी करनी चाहिए। ये कहना है विश्व पैरा चैम्पियनशिप में भारत को पदक दिलाने वाले अमित कुमार सरोहा का। उन्होंने ये बात गुरुकुल ग्लोबल की वार्षिक एथलीट मीट में बतौर मुख्य अतिथि कही। 

 

किसी भी व्यक्ति व खिलाड़ी को हार से हताश होकर नहीं बैठना चाहिए। हार से प्रेरित होकर मुकाबले के दौरान हुई गलतियों को सुधारने पर जोर देना चाहिए। उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि रियो ओलिम्पिक के दौरान कुछ गलतियों के कारण पदक जीतने में सफल नहीं हो सके लेकिन एक साल बाद ही लंदन में विश्व पैरा चैम्पियनशिप थी। इसमें बेहतरीन प्रदर्शन करके खिताब जीतने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि पैरा एथलीट में देश का भविष्य काफी उज्जवल है। 

 

बच्चों में खेल के प्रति काफी उत्साह :
अमित कुमार ने बताया कि छोटे बच्चों में खेल के प्रति काफी उत्साह है। रियो पैरा ओलिम्पिक व विश्व पैरा चैम्पियशिप के बाद बच्चों में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। उन्हें खुद ही दिव्यांग बच्चों के खेलने के लिए रोजाना 3-4 फोन आते रहते हैं कि सर हमने खेलना है। इस तरह के रूझान को देखकर ऐसा लगता है कि आने वाले समय में पैरा ओलिम्पिक में देश को बेहतरीन खिलाड़ी मिलेंगे। 

 

जूनियर इंटरनैशनल मुकाबले के लिए 8 खिलाडिय़ों का चयन किया गया था। इसमें से 4 खिलाडिय़ों ने बेहतरीन प्रदर्शन करके खिताब जीतने में सफल हुए थे। उन्होंने जूनियर एथलीट खिलाड़ी रिंकू की तारीफ करते हुए कहा कि ये हमारे भविष्य हैं और इसके साथ ही सीनियर खिलाड़ी धर्मबीर, रामपाल तथा सुनील तथा एकता जैसे खिलाड़ी देश का नाम रोशन कर रहे हैं।

 

एशियन गेम्स व आस्टे्रलियन ओपन की तैयारी में जुटे :
सरोहा भारत की ओर से क्लब थ्रो एफ-51 में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए विश्व पैरा एथलीट चैम्पियनशिप रजत पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया। अब वह कई इंटरनैशनल प्रतियोगिता की तैयारी में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि वह हमेशा ही मुकाबले में 100 प्रतिशत बेहतरीन प्रदर्शन करने की कोशिश करते हैं। वह अब आस्ट्रेलिया ओपन तथा एशियन चैम्पियनशिप की तैयारी में लगे हुए हैं। अब उनका लक्ष्य टोकियो ओलिम्पिक है। 

 

हरियाणा की स्पोर्ट्स पॉलिसी बेहतर :
हरियाणा की स्पोर्ट्स पॉलिसी काफी बेहतर है, जो अपने खिलाडिय़ों के लिए बेहतरीन प्लेटफार्म तैयार करती है। लेकिन 3 साल से एथलीट खिलाडिय़ों को जॉब नहीं मिल रही है, जिसको लेकर एथलीट्स में काफी निराशा भी है। सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।  

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