वर्ल्ड हैरीटेज ट्रैक पर दौड़ेगा ट्रांसपेरैंट कोच, सैलानी ले सकेंगे वादियों के दिलकश नजारे

Monday, Dec 10, 2018 - 09:40 AM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन) : वर्ल्ड हैरिटेज ट्रैक में शामिल कालका-शिमला रेल लाइन पर सैलानियों का सफर अब और सुहाना होने जा रहा है। 11 दिसम्बर से यात्री कालका से शिमला के रास्ते में ट्रांसपेरेंट कोच से वादियों के दिलकश नजारे का आनंद ले सकेंगे। कालका में विस्टाडोम कोच को चलाने की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। मंगलवार से यह कोच वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल कालका-शिमला रेलमार्ग पर दौड़ता दिखाई देगा। 

इस कोच में सैलानी भीतर से ही बाहर के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठा सकेंगे। सीनियर डी.सी.एम. अंबाला डिवीजन प्रवीण गौड़ द्विवेदी ने बताया कि कोच का रिजर्वेशन ऑनलाइन करवाया जा सकेगा। बड़े यात्रियों का फेयर 130 रुपए, 5 साल से 12 साल के बच्चों के लिए 75 रुपए होगा व पांच साल से कम के उम्र के बच्चे नि:शुल्क कोच में सफर कर सकेंगे।

1 कोच पर रेलवे ने खर्चे करोड़ों :
रेलवे की ओर से विस्टाडोम कोच को बनाने के लिए तकरीबन 3.40 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इस कोच को बनाने में भी अन्य कोचों से ज्यादा समय लग रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसमें प्रयोग होने वाला कांच विदेशों से मंगवाया जाता है। इसके साथ ही एक कोच को तैयार करने में तकरीबन 1 साल का समय लग रहा है। अभी तक दो कोच तैयार किए जा चुके हैं, जबकि तीसरा कोच बनना शुरू हो गया है। 

कोच की यह है खासियत :
-एक ए.सी.कोच में कुल 40 सीटें हैं, जिन्हें 180 डिग्री तक घुमाया जा सकता है, ताकि पैसेंजर्स एरियल व्यू का लुत्फ उठा सकें।
-खिड़की के कांच काफी बड़े हैं साथ ही छत भी पारदर्शी है, जिससे चारों तरफ के नजारों का आनंद लिया जा सकता है। इसमें 12 एल.सी.डी. लगी हैं। 
-एक फ्रिज और एक फ्रीजर के अलावा ओवन, जूसर ग्राइंडर, हॉट केस की व्यवस्था है, दरवाजे अपने आप खुलेंगे और बंद होंगे।
-सामान रखने की अलग व्यवस्था और कोच के एक हिस्से में 20 फीसदी हिस्सा खुला होगा, जहां खड़े होकर भी कुदरती नजारों का आनंद लिया जा सकेगा।

Priyanka rana

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