कालोनी में ठेका खोलने पर भड़कीं महिलाएं, कहा घरों से निकलना हुआ मुश्किल

punjabkesari.in Tuesday, May 30, 2017 - 10:50 AM (IST)

चंडीगढ़ (राय): रामदरबार व औद्योगिक क्षेत्र फेज-2 में खुले शराब के दो ठेकों के विरोध में लोग लामबंद होना शुरू हो गए हैं। प्रशासन ने नई आबकारी नीति के तहत दो ठेके बिना किसी औचित्य के रामदरबार व औद्योगिक क्षेत्र फेज-2 में ऐसे स्थान पर खोलने की अनुमति दे दी जो न केवल आवासीय कालोनी के समीप हैं, साथ ही एक का तो प्रवेश द्वार ही वी-3 रोड पर खोल दिया। यहां के लोगों ने बताया कि रामदरबार कालोनी व कालोनी नंबर 4 के समीप खुले यह ठेके यहां के लोगों के जीवन का नारकीय बना रहे हैं व महिलाएं इनसे सबसे अधिक परेशान हैं। 

 

लोगों ने बताया कि रामदरबार में तो शराब का ठेका कॉरीडोर में ही खोल दिया गया है जबकि अन्य दुकानदारों को कॉरीडोर में सामान रखने की अनुमति नहीं दी जाती। कोई रख ले तो उसका सामान भी जब्त होता है व चालान अलग से काटा जाता है। दूसरा ठेका औद्योगिक क्षेत्र फेज- 2 में खोला गया है। इसकी अनुमति/लाइसैंस देने के लिए तो प्रशासन ने अपने ही नियमों को धत्ता बता दिया। यह ठेका एक इंडस्ट्रीयल इकाई में खोला गया है। इसका प्रवेश इस इकाई के प्रवेश द्वार से न खोल कर पीछे की ओर वी-3 रोड पर खोल दिया गया है। 

 

प्रशासन तो वी-3 रोड दरबाजे व खिड़कियां खोलने की अनुमति ही नहीं देता है। लोगों ने बताया कि सुप्रीम कोर्ठ के आदेशों के बाद मुख्य सड़कों पर तो ठेके खुल नहीं सकते, अत: अब इन ठेकों पर शाम के समय इस कद्र भीड़ जुट जाती है कि महिलाओं व बच्चों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। यह ठेके कालोनियों के पुरुषों को ही नहीं युवाओं को भी गलत राह पर डाल रहे हैं। 


 

मेयर से मिला था प्रतिनिधिमंडल
इस संबंध में पूर्व मेयर व इस क्षेत्र की पूर्व पार्षद कमलेश के नेतृत्व में करीब एक माह पहले यहां की महिलाओं का एक प्रतिनिधिमंडल जिला मैजिस्ट्रेट से मिलने गया था। घंटों प्रतीक्षा के बाद जब जिला मैजिस्ट्रेट उनसे मिले तो उन्हें यह मामला आबकारी विभाग में लेजाने को कहा गया। उन्हें कहा गया कि वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही कोई कार्रवाई होगी। आज एक माह बाद कमलेश प्रतिनिधिमंडल के साथ पुन: जिला मैजिस्ट्रेट से मिलने गई। आज भी उन्हें घंटों प्रतीक्षा के बाद जिला मैजिस्ट्रेट मिले तो पर कहा कि उनके पास आबकारी विभाग से रिपोर्ट ही नहीं आई। 

 

कमलेश ने कहा कि उनकी सूचना के अनुसार यह रिपोर्ट जिला मैजिस्ट्रेट के पास पहुंच चुकी है। जब उन्होंने जिला मैजिस्ट्रेट को कहा कि रिपोर्ट उनके पास है तो उन्हें अगले हफ्ते आने को कह दिया गया। कमलेश ने कहा कि उन्होंने जिला मैजिस्ट्रेट से स्पष्ट कह दिया है कि अगर एक सप्ताह बाद कार्रवाई नहीं हुई तो लोग वहां की सड़कों को जाम कर देंगे व इसकी जिम्मेदारी जिला मैजिस्ट्रेट की होगी।


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