चंडीगढ़ में महिलाएं खुद को महसूस कर रही हैं असुरक्षित : फॉसवेक

Sunday, Aug 13, 2017 - 07:47 PM (IST)

चंडीगढ़, (विजय) : फैडरेशन ऑफ सैक्टर्स वैलफेयर एसोसिएशन चंडीगढ़ (फॉसवेक) की एग्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग में रविवार को महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा उठा। फॉसवेक के चेयरमैन बलजिंदर सिंह बिट्टू ने मीटिंग के दौरान कहा कि शहर के कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब है। महिलाएं अपने आप को अनसेफ महसूस कर रही हैं।

 रात के समय पुलिस की शहर में ओवरआल सर्विलांस न के बराबर हो रही है। दिन-प्रतिदिन शहर में क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। ईव टीजिंग से लेकर चेन स्नैचिंग की घटनाओं में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। इससे लोगों का पुलिस से भरोसा उठने लगा है।

बिट्टू ने कहा कि सड़कों में लगाए गए सी.सी.टी.वी. कैमरा चालू हालत में नहीं है, लेकिन अधिकारी इस पर किसी की जिम्मेदारी तय नहीं कर पा रहे हैं। इसके साथ ही बिट्टू ने नगर निगम द्वारा एक व्यक्ति को डोर टू डोर गारबेज कलैक्शन का काम सौंपे जानी की निंदा की।

उन्होंने कहा कि जल्द ही निगम का बड़ा स्कैम सामने आएगा। निगम को गारबेज कलैक्शन का काम अपने हाथों में लेना चाहिए या तो टैंडर जारी कर ट्रांसपैरेंट तरीके से यह काम करना होगा।

जी.एस.टी. ने बढ़ाई महंगाई

फॉसवेक के वाइस चेयरमैन हितेष पुरी ने कहा कि गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जी.एस.टी.) की वजह से लोगों पर और भी महंगाई की मार पड़ी है। जी.एस.टी. की वजह से सभी वस्तुएं महंगी हो चुकी हैं। इंडस्ट्री द्वारा कंज्यूमर्स को कोई फायदा नहीं दिया जा रहा है। फॉसवेक के महासचिव जे.एस. गोगिया ने कहा कि पिछले पांच सालों से वार्ड कमेटियां केवल कागजों पर ही हैं। पार्षदों द्वारा आर.डल्यू.ए. को पूरी तरह से इग्नोर किया जा रहा है। आर.सी. नैयर ने कहा कि पब्लिक की भागीदारी से अधिकांश समस्याओं का हल ढूंढा जा सकता है।

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