गवाह ने दिया पुलिस के खिलाफ धरने का अल्टीमेटम

Saturday, Jan 19, 2019 - 11:50 AM (IST)

मोहाली(नियामियां): 1984 सिख हत्याकांड के चश्मदीद गवाह और सुप्रीम कोर्ट में कांग्रसी नेता सज्जन कुमार के खिलाफ गवाह हरविंदर सिंह कोहली निवासी डेराबस्सी ने दोष लगाया है कि मोहाली पुलिस उसकी तरफ से दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के पूर्व प्रधान परमजीत सिंह सरना के खिलाफ दी, शिकायत पर कार्रवाई नहीं कर रही और यदि पुलिस ने बनती कार्रवाई न की तो वह डी.एस.पी. दफ्तर के बाहर धरना देने के लिए मजबूर होंगे। 

पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कोहली ने कहा कि बीती 17 दिसम्बर को जब हाईकोर्ट की तरफ से कांग्रेसी नेता सज्जन कुमार के विरुद्ध फैसला दिया गया तो उससे अगले दिन वह मोहाली में थे, मोहाली में उनको दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के पूर्व प्रधान परमजीत सिंह सरना का फोन आया और सरना ने उसके साथ गाली-गलौच करने के साथ साथ धमकी भी दी। उन्होंंने कहा कि उन्होंने इसकी शिकायत फेज-1 थाना में की थी, परन्तु पुलिस ने इस संबंधित एक महीना बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की। 

सी.एम. के धार्मिक सलाहकार के चलते नहीं हो रही कार्रवाई

हरविंदर सिंह कोहली ने कहा कि सरना पंजाब के मुख्यमंत्री के धार्मिक सलाहकार हैं, इस कारण पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करने से झिझक रही है। आज उन्होंने डी.एस.पी. सिटी को मिलकर सरना की ओर से उनको फोन पर गाली गलौच करने और धमकी देने की सी.डी. भी दी है और इंसाफ की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने जल्दी सरना के विरुद्ध कार्रवाई न की तो वह डी.एस.पी. दफ्तर के बाहर धरना देंगे। इस संबंधित जब डी.एस.पी. सिटी इमरोज के साथ संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि वह इस मामले की जांच कर रहे हैं और जांच के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी। 

क्या कहा था परमजीत सिंह सरना
दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के पूर्व प्रधान परमजीत सिंह सरना ने कहा कि उनसे मोहाली पुलिस ने संपर्क किया था। उन्होंने पुलिस को कहा कि अगर उनके खिलाफ पुलिस के पास कोई सबूत हैं तो बताएं। उन्होंने हरविंदर सिंह कोहली की शक्ल तक नहीं देखी और न ही इस व्यक्ति को जानते हैं। उन्होंने कहा कि कोहली ने एक टी.वी. चैनल पर उनके खिलाफ बयानबाजी की थी और उस चैनल वालों ने ही उनको कोहली का फोन नंबर दिया था कि उन्होंने इस व्यक्ति से उनके बारे में बयानबाजी करने बारे पूछा था तो बातचीत दौरान इस व्यक्ति ने उनको कांग्रेस का झोली चुक कह दिया था जिस करके इन्होंने भी कह दिया था कि अगर यह बात है तो जहां मर्जी वह मिल ले। उन्होंने कहा कि वह सीनियर सिटीजन हैं, उनको पुलिस जबरदस्ती नहीं बुला सकती। इसके अलावा उनके लिए अदालत का दरवाजा खुला है।

bhavita joshi

Advertising