मुख्यमंत्री ने अम्बेडकर जयंती एवं बैसाखी की शुभकामनाएं दीं

Tuesday, Apr 13, 2021 - 07:30 PM (IST)

चंडीगढ़, (बंसल): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बाबा साहेब डा. भीम राव अम्बेडकर जयंती एवं बैसाखी के अवसर पर प्रदेश के लोगों को हाॢदक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चैत्र नवरात्रि और विक्रमी सम्वत 2078 भी आज से ही शुरू हुए हैं। उन्होंने कहा कि देश के उत्तरी राज्यों में जहां बैसाखी के पर्व से फसल की कटाई शुरू होती है वहीं देश के अन्य राज्यों में भिन्न-भिन्न नाम और तरीकों से इस पर्व को मनाया जाता है। 

 


मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब डा. भीम राव अम्बेडकर की देश के संविधान के निर्माण में विशेष भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि डा. अम्बेडकर ने अपना समस्त जीवन देशवासियों विषेशकर, गरीबों तथा समाज के कमजोर एवं पिछड़े वर्गों के उत्थान तथा कल्याण में लगा दिया था। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर, महॢष वाल्मीकि, संत रविदास व संत कबीर जैसे महापुरुषों की जयंतियों को सरकारी तौर पर मनाने का निर्णय लिया है ताकि लोगों में सामाजिक समरसता का संदेश पहुंचाया जा सके। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे इन पावन पर्वों को मिलजुलकर स्नेह एवं भाईचारे की भावना से मनाएं। 

 


‘अम्बेडकर ने देश में अनुकूल शासन प्रणाली स्थापित करने की चुनौती को स्वीकारा था : आर्य’
हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने बाबा साहेब डा. भीम राव अम्बेडकर की 130वीं जंयती के अवसर पर प्रदेशवासियों को हाॢदक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। अम्बेडकर को शत-शत नमन करते हुए राज्यपाल ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश में व्यवस्था के अनुकूल शासन प्रणाली स्थापित करना बहुत बड़ी चुनौती थी। अम्बेडकर ने इस चुनौती को स्वीकारा और उन्होंने लगातार दो वर्ष 11 महीने 18 दिन तक प्रतिदिन 21-21 घंटे कार्य कर समतामूलक संविधान की रचना की।

 


राज्यपाल ने कहा कि सामाजिक और आॢथक विकृतियों को दूर करने के लिए बाबा साहेब ने लोकसभा व विधानसभाओं के साथ-साथ सरकारी नौकरियों में गरीब व दबे-कुचले लोगों के आरक्षण का प्रावधान किया। इसी आरक्षण की बदौलत आज समाज में गरीब समाज को पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने गरीब लोगों को तीन सूत्र दिए शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो।

Vikash thakur

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