कौन है रविंदर सिंह गुरु जी ? भारत मैं क्यों प्रसिद्ध हो रहे है रविंदर सिंह गुरु जी ?

punjabkesari.in Friday, Mar 01, 2024 - 03:12 PM (IST)

चंडीगढ़। आज दुनिया डिजिटल क्रांति के दौर से गुजर रही है।  उसी डिजिटल दुनिया में एक नाम जो बहुत तेजी से उभर रहा है।  आज रविंदर सिंह  गुरु जी मार्केटिंग की दुनिया का एक जाना पहचाना नाम बन चुके हैं।  एक ऐसा नाम जो आज लाखों लोगों के बीच में अपनी अलग पहचान रखते हैं। उनकी ये पहचान यूँ रातोंरात नहीं बनी है। ये सालों तक उनके दिन रात की मेहनत का कमाल है। आज महज 24 साल की उम्र में वह डिजिटल मार्केटिंग का 12 साल का एक्सपीरियंस ले चुके हैं। जी हाँ, यकीन करना मुश्किल हो रहा है न उन्होंने सिर्फ 12 साल की उम्र से डिजिटल मार्केटिंग का ज्ञान लेना शुरू कर दिया था । 12 साल की छोटी उम्र में जब बच्चे सिर्फ अपने माँ बाप से खिलौने की जिद करते हैं तब  रविंदर सिंह गुरू जी डिजिटल मार्केटिंग की नयी नयी चीज़ें सीखते रहते थे। उनको हमेशा ऐसे टॉपिक आकर्षित करते थे कि ऑनलाइन पैसे कैसे कमाये जाये, और कैसे  डिजिटल  मार्केटिंग  के नए नए तारीखे सीखे जाय 

 जब रविंदर सिंह बढे हो रहे थे तो ये वो दौर था जब पूरी दुनिया धीरे धीरे डिजिटल हो रही थी और हर तरफ डिजिटल मार्केटिंग, गूगल एड्स, फेसबुक विज्ञापन, यूट्यूब  मोनेटाईजेशन जैसे शब्द लोगों के सामने आने लगे थे। लेकिन लोग अभी भी उनके बारे में ज्यादा जानते नहीं थे। उन्होंने पढ़ने लिखने की उम्र में किताबों में उलझने की बजाय अपने करियर की दिशा में काम करना शुरू कर दिया और लगातार उसी में आगे बढ़ते गए। वह लगातार डिजिटल मार्केटिंग की नयी नयी जानकारी किसी न किसी माध्यम से लेते रहते थे और उस पर काम करना चाहते थे। लेकिन उस समय न उनके पास कंप्यूटर या लैपटॉप जैसा कुछ था और न ही मोबाइल फ़ोन कि जिस पर वह अपने अर्जित ज्ञान को कुछ प्रैक्टिकल कर सके।  आखिरकार उन्होंने अपने माँ बाप से जिद करके एक स्मार्ट फ़ोन ले ही लिया और फिर यही से  शुरू हुआ उनकी लाइफ का यू टर्न और फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।  आज वह एक डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट के साथ साथ फाइनेंस की दुनिया पर भी अपनी अच्छी पकड़ रखते हैं।  
आज रविंदर सिंह' ने अपने जीवन में डिग्री से ज्यादा तबज्जो हमेशा ज्ञान को दी। उनका मानना है कि ज्ञान ही वह चीज़ है जो इंसान को आगे बढ़ा सकती है। हर वह इंसान जिसने ज्ञान अर्जित किया है उसे सफलता की सीढ़ी चढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। इसी ज्ञान के कारण आज वह डिजिटल जगत की सनसनी बन चुके हैं। उन्होंने अपने एक छोटे से स्मार्ट फ़ोन के जरिये ही हर वह चीज़ सीखी जिसने उन्हें आम से एक खास इंसान बनाया। रविंदर सिंह ने डिजिटल  मार्केटिंग का बहुत शोध किया और ज्ञान के जरिये अपने हर सपने को साकार किया।  आज उनका एक सपना यह भी है कि हर भारतीय युवा डिजिटल एक्सपर्ट बने और अपने जीवन में एक बड़ा लक्ष्य हासिल करे।  

रविंदर सिंह को  रविंदर सिंह गुरू जी क्यों कहा जाने लगा ??

इसके पीछे की कहानी कुछ यूं है कि रविंदर सिंह गुरू जी ने सिर्फ 12 साल की उम्र से काम करना शुरू कर दिया था।  उसके बाद ये अपने ज्ञान और टैलेंट के जरिये लोगों के दिलों में जगह बनाने में पूरे तरह से सफल रहे।  यह ज्ञान साझा करने में विश्वाश रखते हैं और समय समय पर लोगो को अपना ज्ञान देते भी रहते हैं।  आज डिजिटल मार्केटिंग के अलावा इनकी फाइनेंस में भी अच्छी पकड़ है।  इसी के चलते एक बार इनके एक स्टूडेंट ने इन्हें भावपूर्वक गुरू जी कहा उसके बाद धीरे धीरे सब इनको इसी नाम से बुलाने लगे तो फिर आखिर में रविंदर सिंह गुरू जी को 'गुरूजी' ही कहा जाने लगा और फिर इन्हे इसी नाम से प्रसिध्दि मिली।    

आज जीवन में इतनी छोटी उम्र में इतना बड़ा मुकाम हासिल करने के बाद भी रविंदर सिंह गुरू जी  में नाम मात्र भी अहंकार नहीं है। वे आज कई सारे NGO से जुड़े हुए हैं और आर्थिक रूप से कमजोर  लोगो की मदद करते रहते हैं।  वे बहुत ही सौम्य और मधुर स्वाभाव के हैं। वे कामयाबी और इंसानियत का एक बहुत अच्छा उदहारण हैं।


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Content Editor

Diksha Raghuwanshi

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