पिंजौर-बद्दी रोड पर कबाड़ के गोदाम ले रहे डंपिंग ग्राऊंड का रूप

Thursday, Nov 25, 2021 - 04:38 PM (IST)

पिंजौर, (रावत): पिंजौर-नालागढ़ एन.एच. पर स्थित हिमाचल प्रदेश के बद्दी, बरोटीवाला औद्योगिक क्षेत्र के साथ लगते हरियाणा के गांव खोखरा, नवांनगर, मढ़ावाला, कोना, रामपुरजंगी में उद्योगों के कचरे के दर्जनों कबाड़ के गोदाम ग्रामीणों के स्वास्थ्य के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं। पिंजौर से बद्दी की ओर जाते हुए पुल के समीप मढ़ावाला नदी में ऐसा प्रतीत होता जैसे कि यहां कोई डंपिंग ग्राऊंड बना दिया गया हो। चारों तरफ पॉलीथीन, कीटनाशक एवं दवा कंपनियों का बेकार जहरीला कचरा दिखाई देता है। 
शाम ढलते ही कुछ कबाड़ी कचरे में आग लगा कर उसे जलाने लगते हैं जिससे पूरा वातावरण दूषित हो जाता है। इससे लोगों को सांस लेने में भी कठिनाई होती है आसमान में घने काले धुंए के बादल भी दिखते हैं। 


उपजाऊ भूमि को नुक्सान पहुंचा रहे 
इससे आसपास रहने वाले वन्य प्राणी हैं उन्हें भी इस जहरीले धुंए से नुक्सान हो सकता है। इतना ही नहीं दूर-दूर तक खेतों में पॉलीथीन के फैले टुकड़े भी उपजाऊ भूमि को नुक्सान पहुंचा रहे हैं। यही नहीं कई बार कबाड़ में लगाई आग फैल कर भीषण आग में तबदील हो जाती है। लोगों द्वारा अवैैध रूप से कबाड़ का काम कर रहे कबाडिय़ों की शिकायतें भी प्रशासन से की हैं परंतु प्रशासन खाना पूर्ति कर अपना पल्ला झाड़ लेता है। 
 

कार्रवाई होगी
सूत्रों के अनुसार कुछ  किसानों ने खेती छोड़ सड़क किनारों की जमीनें कबाडिय़ों को गोदाम बनाने के लिए किराए पर दे रखी हैं। इसलिए अधिकारियों पर स्थानीय प्रभावशाली लोगों का दबाव रहता है जिस कारण सख्त कार्रवाई नहीं होती। बता दें कि करीब एक दशक पूर्व पर्यावरण विभाग ने प्रशासन की मदद से कबाड़ के गोदामों को हटाया था। लेकिन धीरे-धीरे यह कबाड़ी पुन: दिखाई देने लगे हैं। एम.डी.एम. कालका ममता शर्मा से बात की तो बताया कि वह मौके का मुआयना कर नियमों की अवहेलना करने वालों पर कार्रवाई करेंगी।

Chandrakant Gaur

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