कुंभड़ा की धर्मशाला में छुपा कर रखे हैं वार्ड नंबर-39 के डस्टबिन

punjabkesari.in Tuesday, Nov 06, 2018 - 12:53 PM (IST)

मोहाली(कुलदीप): नगर निगम द्वारा शहर के लोगों को अपने आस पास को साफ सुथरा रखने, कूड़ा कूड़ेदानों में फैंकने तथा गिल्ला एवं सूखा कूड़ा अलग अलग डालने की अपीलें की जाती हैं। नगर निगम मोहाली को भी समय समय पर सफाई पक्ष से सर्वेक्षण के लिए चुना जाता है। इसी के मद्देनजर निगम द्वारा बीते समय में गीला तथा सूखा कूड़ा अलग अलग डालने के मकसद से सार्वजनिक स्थानों पर रखने के लिए बाकायदा तौर पर नीले तथा हरे रंग के डस्टबिन बांटे गए थे।

वार्ड नंबर 39 अधीन आते गांव कुंभड़ा में रखने के लिए भी निगम द्वारा हरे नीले रंग के डस्टबिन संबंधित कौंसलर को दिए गए थे। लेकिन हैरानी की बात ये है कि गांव कुंभड़ा में वार्ड नंबर 39 केे क्षेत्र में संबंधित कौंसलर द्वारा अभी तक भी सार्वजनिक स्थानों पर लगवाए नहीं गए हैं। ये डस्टबिन धर्मशाला के कमरे में बंद करके रखे हुए हैं।

धर्मशाला में था पाठ का भोग तो पता चला
पंचायत युनियन पंजाब के जिला अध्यक्ष बलविन्द्र सिंह कुंभड़ाए हरबंस सिंह, दलजीत कौर पूर्व पंच, गुरनाम सिंह, मनजीत सिंह, पूर्व ब्लॉक संमति मैंबर गुरनाम कौर, बलजिन्द्र सिंह ने बताया कि इन डस्टबिनों के बारे में आज उस समय पता चला जब धर्मशाला में कोई पाठ का भोग का प्रोग्राम था। जब प्रोग्राम करवाने वाले परिवार ने धर्मशाला के अंदर सामान रखवाने के लिए कमरे का दरवाजा खुलवाया तो वहां पर सामान रखने के लिए जगह न मिली। वह कमरा निगम के डस्टबिनों से भरा हुआ था। लोगों में इस बात की चर्चा थी कि आखिर नगर निगम द्वारा दिए गए ये डस्टबिन इतने महीने बीतने पर भी क्यों नहीं लगवाए गए हैं। स्वच्छ भारत अभियान तहत वार्ड को मिले ये डस्टबिन गांव में न रखवाने के कारण लोग कूड़ा कर्कट गलियों में खुला फैंक देते हैं। 

डस्टबिन को गलियों में लगवाने की मांग
गांव कुंभड़ा के वसनीक उक्त लोगों ने मांग की कि कमरे में बंद पड़े डस्टबिन निकाल कर गांव की गलियों में या फिर संबंधित कौंसलर जहां भी उचित समझे, वहां पर लगवाए जाएं ताकि लोग डस्टबिनों में कूड़ा फैंकने के आदी हो सकें। जब उक्त डस्टबिनों के बारे में वार्ड नंबर 39 से कौंसलर बीबी रमनप्रीत कौर से फोन पर संपर्क किया गया तो उनसे बात नहीं हो सकी। लेकिन उनके पति हरमेश सिंह कुंभड़ा ने बताया कि गलियों में पाईप आदि डालने के कारण डस्टबिन नहीं लगाए गए हैं। 


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bhavita joshi

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