GRP बैरक खस्ताहाल, 15 साल से नहीं हुई मरम्मत

Monday, Nov 26, 2018 - 09:45 AM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन) : जी.आर.पी. बैरक की खस्ताहालत के कारण जवान परेशान हैं। रात में बैरक में सोने के लिए जवान तैयार नहीं होते क्योंकि दीवारों में दरारें इतनी ज्यादा हैं कि यह इमारत कभी भी गिर सकती है। इसके बावजूद कोई अधिकारी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा। जी.आर.पी.की बैरक का बुरा हाल है। 

पिछले 15 साल से इनकी कोई मुरम्मत नहीं हुई है। ऐसे में आप अनुमान लगा सकते हैं कि इमारत का क्या हाल होगा। 2017 में इसकी मैंटीनैंस और दो कमरों के निर्माण के लिए 20 लाख रुपए का प्रोपोजल बनाकर भेजा गया था लेकिन 1 साल बाद भी काम शुरू नहीं हो सका। इंजीनियरिंग विभाग को भी जी.आर.पी. की ओर से कई बार लिखा गया है लेकिन हालात जस के तस हैं। 

बारिश के समय जाग कर बितानी पड़ती है रात :
बैरक की छतों का इतना बुरा हाल कि बारिश के समय जवानों को रात जागकर बितानी पड़ती है। चंडीगढ़ रेलवे जी.आर.पी.के पास 6 बैरक हैं और इनके जवानों की संख्या 22 हैं। ऐसे में आप अनुमान लगा सकते हैं कि 6 बैरक में यह जवान कैसे गुजारा करते हैं। तेज बारिश होती हैं तो पानी बैरक में घुस जाता है। रात के समय बारिश में छत टपकती है तो सारे जवानों को नींद से उठकर रात जाग कर बितानी पड़ती है।  

महिला कर्मियों के लिए भी सुविधा नहीं :
चंडीगढ़ जी.आर.पी.थाने में 5 महिला जवान हैं लेकिन उनकी सुविधा के लिए बैरक में कोई व्यवस्था नहीं की गई है। महिला पुलिस कर्मचारियों के लिए वॉशरूम तक भी नहीं है। उनके लिए चैंजिंग रूम भी नहीं हैं। 

Priyanka rana

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