मोहाली के थानों में वी.आई.पी. कल्चर हैवी
punjabkesari.in Monday, Nov 20, 2017 - 10:29 AM (IST)

मोहाली (राणा) : एक ओर तो प्रधानमंत्री द्वारा वी.आई.पी. कल्चर खत्म कर दिया गया है, लेकिन मोहाली के पुलिस थानों में फिर से वी.आई.पी. कल्चर हैवी होता नजर आ रहा है। मटौर पुलिस थाना में एस.एच.ओ. के दफ्तर के सामने वी.आई.पी. पार्किंग को बोर्ड लगा दिया गया है। जबकि पुलिस जनता की सेवा के लिए होती है उनके लिए वी.आई.पी. व आम जनता सभी को बराबर की नजर से देखना पड़ता है। थाने में लगे वी.आई.पी. बोर्ड से तो पुलिस के सीनियर अधिकारी भी अनजान बने हुए हैं ।
जानकारी के अनुसार मटौर थाना के अंदर बने एस.एच.ओ. के ऑफिस के ठीक सामने वी.आई.पी. पार्किंग का बोर्ड लगा दिया गया है। वहां अक्सर एस.एच.ओ. की ही गाड़ी खड़ी होती है अब सवाल तो यह खड़ा होता है कि क्या वा.आई.पी. का बोर्ड एस.एच.ओ. की गाड़ी के लिए लगाया गया है। जबकि यह थाना इससे पहले भी एक बार चर्चा में आया था एक विकलांग व्हीलचेयर पर थाने में आया था। उस दौरान थाने का मुख्य गेट बंद था। गेट में खड़े पुलिसवालों का कहना था कि साहब के आदेश है कि शाम को थाने के अंदर प्राइवेट वाहनों की एट्रीं नहीं होगी। जिसके बाद विकलंाग गेट के बाहर ही व्हीलचेयर छोड़ घीसटता हुआ थाने के अंदर तक पहुंचा।
लकड़ी के रूम बनाने पर आया था विवादों में
मटौर थाना पहली बार किसी बात को लेकर विवादों में नहीं आया इससे पहले भी लकड़ी के रूम बनाने को लेकर यह थाना विवादों में रह चुका है। कुछ समय पहले मटौर थाने में तैनात एस.एच.ओ. द्वारा थाने में लकड़ी के रूम बनाने के लिए राजस्थान से कारीगर बुलाए हुए थे, जो थाने में ही सामान लाकर रूम का पूरा स्ट्रैचर तैयार कर रहे थे। जब इसका पता मीडिया लगा तो पुलिस के सीनियर अफसरों ने चुप्पी साध ली और उसके बाद लकड़ी के रूम बनाने का काम बीच में ही रोक कारीगरों को वापस भेज दिया गया।