100 फीसदी कोविड टीकाकरण वाले गांवों को मिलेंगे 10 लाख रुपए: मुख्यमंत्री

Tuesday, May 18, 2021 - 08:19 PM (IST)

चंडीगढ़, (अश्वनी): पंजाब के जो गांव 100 फीसदी कोविड टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त करेंगे, उन गांवों को 10-10 लाख रुपए का विशेष अनुदान मिलेगा। यह ऐलान मंगलवार को मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरपंच और पंच लोगों को हल्के लक्षण नजर आने पर भी कोविड संबंधी जांच और टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित करें।
मुख्यमंत्री 4000 लाइव लोकेशनों पर अलग-अलग गांवों की पंचायतों के 2000 मुखियों /सदस्यों के साथ वर्चुअल बातचीत कर रहे थे।

 

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने पहले ही सरपंचों को कोविड के एमरजैंसी इलाज के लिए पंचायत फंड में से प्रति दिन 5000 रुपए तक खर्च करने की मंजूरी दे दी है और यह सीमा 50,000 रुपए तक निश्चित गई है। मुख्यमंत्री ने सरपंचों और पंचों को अपने-अपने गांवों में कोविड संक्रमित व्यक्तियों का प्रवेश रोकने के लिए ठीकरी पहरे शुरू करने, पॉजिटिव पाए जाने वाले हर व्यक्ति को फतेह किट मुहैया करवाने और 94 प्रतिशत से नीचे के ऑक्सीजन स्तर वाले व्यक्तियों का संपूर्ण इलाज यकीनी बनाए जाने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब का स्वास्थ्य देखभाल ढांचा मजबूत है और राज्य में 2046 स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती केंद्र हैं और 800 और ऐसे केंद्र जल्दी ही शुरू किए जाएंगे। 


‘अकेला कप्तान कुछ नहीं कर सकता’
मुख्यमंत्री ने कहा कि अकेला कप्तान कुछ नहीं कर सकता और मिलकर यत्न किए जाने से ही लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। सरकार द्वारा लोगों की सहायता के लिए ‘104’ हैल्पलाइन 24 घंटे चालू है और घरेलू एकांतवास में रह रहे मरीजों को स्वास्थ्य टीम द्वारा प्रति दिन फोन करके उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है।


‘नीम हकीम खतरा ए जान: पंचायत मंत्री’
ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजिंद्र सिंह बाजवा ने लोगों को नीम-हकीम आदि पर भरोसा न करने की नसीहत देते हुए कहा कि वह ग्रामीण इलाकों में स्थित सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डाक्टरों की सलाह लें। उन्होंने पंचायत सदस्यों से सरकार के प्रयासों में सहयोग करने के लिए आगे आने की अपील की। 


‘12 लाख जांच किट ऑर्डर कीं: स्वास्थ्य मंत्री’
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग रैपिड एंटीजन टैस्ट (आर.ए.टी.) के लिए 12 लाख किटों का ऑर्डर दे चुका है जिससे शुरूआत में ही कोविड मामलों का पता लगाया जा सके। उन्होंने गांवों में टैसिं्टग के लिए घर-घर जाने की मुहिम चलाने के लिए स्वास्थ्य वर्करों के साथ गाॢडयंज ऑफ गवर्नेंस (जी.ओ.जी.), आशा और आंगनबाड़ी वर्करों के सांझे यत्न तेज करने की जरूरत पर जोर दिया। 


‘सरपंचों ने दिए सुझाव’
इस दौरान बङ्क्षठडा जिले के गांव मानक खाना की सरपंच शैशनदीप कौर, होशियारपुर के गांव सारंगवाल की सरपंच सुरजीत कौर, मोगा के साफूवाला के सरपंच लखवंत सिंह, पटियाला के गांव खनौरा की सरपंच गुरदीप कौर और अमृतसर के गांव मेहता के सरपंच कश्मीर सिंह ने गांव में स्वास्थ्य देखभाल के मौजूदा बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने के लिए सुझाव दिए। 
 

Ajesh K Dharwal

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