छापामारी कर जब्त किया रिकॉर्ड, 11 करोड़ रुपए की ग्रांट की जांच करेगी विजीलैंस

Wednesday, Jun 21, 2017 - 10:02 AM (IST)

जीरकपुर (गुरप्रीत): स्थानीय निकाय विभाग के विजीलैंस विभाग द्वारा बीते वर्ष जारी किए गए 11 करोड़ 24 लाख रुपए ग्रांट की जांच के लिए मंगलवार नगर काऊंसिल दफ्तर में छापेमारी की गई। इस दौरान विभाग के विजीलैंस की टीम द्वारा बीते समय पंजाब सरकार द्वारा बारीकी से रिकार्ड की जांच करने के अलावा शहर के अलग-अलग हिस्सों में जाकर विकास कार्यों का मौका देखकर रिपोर्ट तैयार की गई। इस दौरान उन्होंने शहर में हुए विकास कार्यों की पैमाइश भी की।जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह 9 बजे विजीलैंस विभाग की टीम के 2 अधिकारी नगर काऊंसिल दफ्तर में पहुंच गए, जिसके बाद काऊंसिल दफ्तर में अफरा तफरी मच गई। वहीं, टीम का नेतृत्व सीनियर विजीलैंस अफसर महिंदर सिंह कर रहे थे। 


 

11 करोड़ 24 लाख रुपए की ग्रांट जारी
जानकारी के अनुसार, पंजाब अर्बन डिवैल्पमैंट मिशन तहत पी.आई.डी.बी. द्वारा बीते वर्ष काऊंसिल को अलग-अलग आठ विकास कार्यों के लिए 11 करोड़ 24 लाख रुपए की ग्रांट जारी हुई थी। इनमें शहर के अंदर कूड़ा फैंकने के लिए 11 गारबेज शैड तैयार करना, दो पड़ाव में 5-5 ट्यूबवैल लगाना, दयालपुरा में फिरनी को पक्का करना, गोडाउन क्षेत्र में पक्की सड़कों के दोनों ओर टाइल्स लगाना, सीवरेज महकमे द्वारा शहर में जगह-जगह की गई खुदाई की मुरम्मत करना, वी.आई.पी. रोड पर बिजली की तारों को अंडरग्राऊंड करना शामिल था। वहीं, मामले संबंधी जानकारी देते हुए एम.ई. विनय महाजन ने बताया कि उक्त कार्यों में से दस ट्यूबवैलों में से आठ ट्यूबवैल लग चुके हैं। 

 

सीवरेज की खुदाई की मुरम्मत का काम अभी चल रहा हैं, गोडाऊन क्षेत्र में पक्की सड़क के दोनों ओर टाइल्स लगाने का काम पूरा होने वाला है, दयालपुरा में फिरनी को पक्का कर लिया गया हैं, बिजली की तारों को अंडरग्राऊंड का काम निपटा लिया गया है। उन्होंने कहा कि विजीलैंस के अधिकारियों ने रिकार्ड की जांच करने के अलावा मौके पर जाकर विकास कार्यों का जायजा लिया और पैमाइश की है।वहीं, नगर काऊंसिल के अध्यक्ष कुलविंद्र सोही ने कहा कि यह रूटीन जांच थी, जो स्थानीय निकाय विभाग के विजीलैंस विभाग द्वारा समय-समय पर अलग-अलग काऊंसिलों में की जाती है।

 


 

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