फैसले की घड़ी निकट आते देख डेरा समर्थकों ने इक्कठा किया खाने-पीने का सामान

punjabkesari.in Thursday, Aug 24, 2017 - 07:49 AM (IST)

चंडीगढ़ (रमेश): पंचकूला की सी.बी.आई. कोर्ट में डेरा प्रमुख पर दर्ज मामले में 19 अगस्त को जब गुरमीत राम रहीम वीडियो कांफ्रैंसिंग के जरिए पेश नहीं हुए थे तो उनके सलाहकारों को पता था कि मामले में फैसला आने वाला है। कोर्ट ने उन्हें एक मौका और देते हुए 25 अगस्त को कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहते हुए उसी दिन फैसला सुनाए जाने की बात कही थी। फैसले की घड़ी निकट आते देख डेरा के सलाहकारों ने रणनीति बनाते हुए पंचकूला व आसपास रह रहे डेरा समर्थकों के घरों में रसद (खाने-पीने का सामान) इकक्ठा करना शुरू कर दिया था, ताकि पेशी के दौरान आने वाले डेरा समर्थकों के लिए खाने-पीने की कमी न हो। पुलिस दो दिन पहले हरकत में आई लेकिन उससे पहले ही एक सप्ताह का राशन जमा किया जा चुका है, जोकि तीन  लाख लोगों का चार दिन तक पेट भरने के लिए काफी है। सूत्रों के अनुसार सैक्टर-23 के डेरा भवन में भी काफी मात्रा में राशन जमा है।  खुफिया एजैंसियों को उक्त जानकारी मिल चुकी है, लेकिन अभी ऐसा कोई सर्च नहीं किया जाएगा, जिसके नैगेटिव परिणाम निकले।


 

डेरा समर्थकों को विश्वास-नहीं होगी सजा
पंचकूला पहुंच रहे डेरा समर्थकों को विश्वास है कि उनके पिता जी यानी गुरमीत राम रहीम को सजा नहीं होगी, बल्कि कोर्ट उन्हें निर्दोष करार देगा। सुमन नामक समर्थक का कहना है कि पिता जी को सजा नहीं हो सकती, अगर ऐसा हुआ तो उनका भगवान से विश्वास उठ जाएगा। डेरा प्रेमी सरला ने कहा कि भारत को पिता जी ने पहचान दी है अगर उन्हें ही सजा हो गई तो भारत की शान में दाग लग जाएगा। बृज लाल ने तो यहां तक बोल दिया कि अगर डेरा प्रमुख को सजा हुई तो वह वापस घर नहीं जाएगा।


 

शौच आदि का नहीं इंतजाम
पंचकूला में 6 लाख डेरा समर्थकों के पहुंचने के कयास लगाए जा रहे हैं जिनके शौच आदि के लिए कोई बंदोबस्त नहीं हैं। प्रशासन की चिंता यह भी है कि शहर को स्वच्छ कैसा रखा जा सकता है। वहीं स्थानीय निवासी भी खासे परेशान हैं, क्योंकि उनके घरों के बाहर डेरा समर्थकों ने डेरा जमाया है। लोग घरों में कुंडिया लगाकर दुबक गए हैं। घर की घंटी बजते ही चिंता की लकीरें खींचनी शुरू हो चुकी हैं जिनके लिए आने वाले दो तीन दिन किसी कैदखाने से कम नहीं हैं। 

 

सभी फंक्शन पोस्टपोंड
पंचकूला, जीरकपुर व चंडीगढ़ में होने वाले सभी विवाह समारोह व अन्य कार्यक्रम पोस्टपोंड हो गए हैं। होटलों की बुकिंग भी कैंसल होने लगी हैं। स्थिति को भांपते हुए एयर कम्पनियों ने 24, 25 व 26 अगस्त की हवाई टिकटों के रेट बढ़ा दिए हैं, क्योंकि आने वाले दो तीन दिन कोई भी ट्रेन या सड़क मार्ग से सफर करना नहीं चाहेगा। 

 

लगने लगे लंगर 
पंचकूला आने वाले डेरा समर्थकों की संख्या को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन अनुमानित 3 लाख डेरा समर्थक बुधवार देर शाम तक पंचकूला पहुंच चुके थे, जिनके लिए कई जगह लंगर लगा दिए गए हैं, जहां खाना परोसा जा रहा है। खाना पकाने के लिए भी डेरा समर्थक खुद जुट चुके हैं। खुफिया एजेंसियां नजर रखे हुए है कि रसद कहा से और कैसे लंगर स्थलों तक पहुंच रही है, क्योंकि जो भी समर्थक पंचकूला पहुंच रहे हैं उनकी कई जगह तलाशी ली जा रही है, जिन्हें थैला या अन्य किसी भी तरह की सामग्री लाने की इजाजत नहीं दी जा रही, ऐसे में रसद पंचकूला के भीतर ही मौजूद है, इससे इंकार नहीं किया जा सकता। 


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