वैंडर बोले, संघर्ष का रास्ता अपनाएंगे

Sunday, Dec 01, 2019 - 10:49 AM (IST)

चंडीगढ़(राय) : नगर निगम और शहर के वैंडर्स के बीच उन्हें शिफ्ट किए जाने को लेकर संघर्ष होने के संकेत मिले हैं। शहर की मुख्य रेहड़ी मार्कीटों के वैंडर्स ने उन्हें अलॉट जगहों पर शिफ्ट होने से साफ इंकार कर दिया है। नगर निगम ने 6 दिसम्बर से शहर के वैंडर्स को उन्हें अलॉट की गई जगहों पर शिफ्ट करना शुरू करना है। 

वैंडर्स का कहना है कि जहां निगम उन्हें शिफ्ट करना चाहता है वहां न तो कोई मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं और न ही पार्किंग की कोई व्यवस्था है और जहां उन्हें बिठाया जा रहा है। वहां सर्दियों में किसी तरह तो गुजारा हो जाएगा, लेकिन गर्मियों में यहां बैठना मुश्किल होगा। वैंडरों ने कहा कि निगम ने अगर जबरन उन्हें उठाने की कोशिश की तो वे संघर्ष का रास्ता अपनाएंगे।

30-35 वर्ष से यहां रोजी रोटी कमा रहे :
सैक्टर-22 रेहड़ी मार्कीट के प्रधान सुखविंद्र सिंह लाटी ने कहा कि यहां से कोई वैंडर उन्हें अलॉट की जगह पर शिफ्ट नहीं होगा। बेशक उन्हें संघर्ष क्यों न करना पड़े। वे लोग पिछले 30-35 वर्षों से यहां रोजी रोटी कमा रहे है और अब अचानक निगम उन्हें शिफ्ट करके उनकी रोजी रोटी बंद करवाने पर तुला है। 

सुखविंद्र ने कहा कि कई वर्षों से मार्कीट में मुट्ठीभर वैंडर्स सामान लगाया करते थे, लेकिन जब से निगम ने सर्वे किया है तब से सैकड़ों वैंडर्स हो गए। यदि सर्वे उन्हीं वैंडर्स का होता जिनके पास यहां बैठने का प्रूफ होता तो आज शहर का यह हाल नहीं होता। निगम ने खुद गलत तरीके से सर्वे करवाया है और अब उन्हें ही वहां से उठाया जा रहा है। वे किसी भी कीमत पर शिफ्ट नहीं होंगे।

चाहे कानूनी लड़ाई ही क्यों न लडऩी पड़े :
सैक्टर-19 की वैंडर्स एसोसिएशन के प्रधान सुभाष ने कहा कि सैक्टर-19 से एक भी वैंडर शिफ्ट नहीं होगा, इसके लिए बेशक उन्हें कानूनी लड़ाई लडऩी पड़े। सुभाष ने कहा कि जहां वैंडर को जगह अलॉट की गई है वहीं के लोग भी इसके विरोध में है। वे नहीं चाहते कि यहां कोई वैंडर आए। 

वहां के निवासियों ने उन्हें चेताया था कि यहां आने की जुर्रत नहीं करना नहीं तो आगे जो होगा उसके वे खुद जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि जहां वैंडर्स को बिठाया जा रहा है वहां निगम की ओर से मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मुहैया करवाई गई है। प्रधान ने बताया कि जब उन्हें 10 दिसम्बर की डेट मिली हुई है फिर निगम 5 दिसम्बर को उन्हें जबरन भी नहीं उठा सकता। सभी वैंडर 6 दिसम्बर को भी सामान लगाएंगे।

वहां कौन खरीदारी को आएगा?
ऐसा ही कुछ मनीमाजरा के वैंडर्स का भी कहना है। मनीमाजरा के वैंडर्स को आई.टी. पार्क के साथ लगती जगह पर शिफ्ट किया जा रहा है। वैंडर्स का कहना है कि आई.टी. पार्क एक कमॢशयल हब है। वहां कोई रिहायशी क्षेत्र नहीं है, ऐसे में वहां कौन खरीदारी करने आएगा। वैंडर्स ने कहा कि निगम उनकी रोजी रोटी बंद करने पर तुला है।  

Priyanka rana

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