प्लास्टिक कचरा एकत्रित करने के लिए कई जगह बनेंगे वैंडिंग जोन

Monday, Sep 23, 2019 - 02:27 PM (IST)

चंडीगढ़(साजन) : स्मार्ट सिटी चंडीगढ़ में भी नगर प्रशासन अब इंदौर की तर्ज पर प्लास्टिक के कचरे को नष्ट कर उसे सड़कों को बनाने में प्रयोग में लाया जाएगा। इससे प्लास्टिक के कचरे का सही उपयोग होगा। उक्त तकनीक से सड़कों को बनाने से निगम व प्रशासन को तारकोल में खर्च में होने वाले करोड़ों रुपए की बचत होगी और सड़कों की मजबूती भी कई गुणा ज्यादा होगी। 

प्रशासक के सलाहकार मनोज परीदा ने बताया कि 2 अक्तूबर के बाद पूरी तरह से प्लास्टिक के कैरी बैग्स, सिंगल यूज प्लास्टिक बैन हो जाएगा और जो इसका प्रयोग करेगा उसके खिलाफ एक्शन होगा। वहीं शहर में प्रशासन व निगम की ओर से लोगों से सिंगल यूज प्लास्टिक व कैरी बैग्स को एकत्रित करने के लिए जगह-जगह प्लास्टिक एकत्रित करने के लिए वैंडिंग जोन बनाए जाएंगे। यहां उक्त प्लास्टिक को जमा करवाने वाले लोगों को इसके बदले पैसे दिए जाएंगे। 

2 अक्तूबर से शुरू होगा अभियान :
यूं कहा जा सकता कि प्रशासन की ओर से शहर को पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त करने के लिए शहर में रेग पिंकर्स को उक्त कचरा लाकर उक्त वेंडिंग स्थलों में जमा करवाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि उक्त कचरा सही तरीके से वहां से उठाकर प्लांट में पहुंचाया जाए और वहां से सही तकनीक से प्रोसैस कर आगे काम में लाया जाएगा। 

प्रशासन की ओर से उक्त प्लास्टिक एकत्रण वैंडिंग मशीनों को 2 अक्तूबर को लेक एवं अन्य चयनित स्थलों पर लगाया जाएगा। यही नहीं शहर में डाबर इंडिया की ओर से भी पूरे देश में रिसाइकिल प्लास्टिक को रेक पिकर्स की मदद से एकत्रित कर आगे इसे सड़कों के प्रयोग में होने वाले रॉ मैटीरियल के लिए आगे भेजा जाता है। इस अभियान में कंपनी की ओर से रेग पिकर्स को अच्छे पैसे दिए जाते हैं जिससे वह ज्यादा से ज्यादा उक्त कचरा लाते हैं।

हर रोज 8 टन से ज्यादा प्लास्टिक कचरा निकलता है :
शहर में एक शोध के अनुसार रोज 8 टन से ज्यादा प्लास्टिक का कचरा निकलता है और सिंगल यूज प्लास्टिक भी इतनी मात्रा में निकलता है। ऐसे में उक्त कचरे से शहर के पर्यावरण व पशुओं के साथ साथ आम लोगों को गंभीर रोगों से बचाने के लिए इस पूरी तरह से खत्म करने का प्रण प्रशासन की ओर से लिया गया। 

शहर में दुधारू पशुओं की ओर से प्लास्टिक के कैरी बैग्स को कचरे के ढेरों में पड़े होने पर इसका सेवन कर रहे हैं, जिससे वह अकाल मृत्यु के मुंह में जा रहे हैं साथ में इनके दूध का सेवन करने वाले लोग भी कैंसर जैसे रोग के शिकार हो रहे हैं। शहर में पर्यावरण विभाग ही नहीं एन.जी.ओ., शिक्षण संस्थान लोगों को प्लास्टिक कैरी बैग्स व सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग से दूर रहने के लिए जागरूक कर रहे हैं। 

Priyanka rana

Advertising