साइकिल ट्रैक से इम्पाऊंड किए वाहन बने ड्राइविंग टैस्ट की राह में रोड़ा

Wednesday, Oct 17, 2018 - 12:36 PM (IST)

चंडीगढ़ (साजन) : हाईकोर्ट की सख्ती के बाद ट्रैफिक पुलिस ने साइकिल ट्रैकों पर चलने वाले वाहन तो इंपाउंड करने शुरू कर दिए, लेकिन इन्हें खड़ा करने का कहीं इंतजाम नहीं किया। बीते 20 से 25 दिन के दौरान पकड़े हजारों वाहनों को सैक्टर 23 के उस ट्रैक पर खड़ा कर दिया, जहां रजिस्ट्रेशन एंड लाइसैंसिंग अथॉरिटी के ड्राइविंग टैस्ट लिए जाते हैं। इसकी वजह से बीते कुछ दिनों से आर.एल.ए. ब्रांच को ड्राइविंग टेस्ट कराने में दिक्कतें पेश आने लगी हैं। मामला ट्रांसपोर्ट सैक्रेटरी अजय कुमार सिंगला तक पहुंचा तो उन्होंने अपने मातहत अफसरों को हिदायत दी कि ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों से मिलकर उन्हें ड्राइविंग टैस्ट के लिए बने ट्रैक से वाहन हटाने को कहा जाए।

मातहत अफसरों ने निचले स्तर के अधिकारियों से बातचीत भी की लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी ने अपने अधिकारियों को कहा कि अगर ड्राइविंग टैस्ट ही नहीं हो पाया तो यह दिक्कत वाली बात है। जल्द ही मामला एडवाइजर परिमल राय और प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के पास  पहुंच जाएगा जिससे विभाग के लिए विकट स्थिति पैदा हो जाएगी। मातहत अधिकारियों ने जब मामले में अपनी मजबूरी बताई तो ट्रांसपोर्ट सैक्रेटरी अजय कुमार सिंगला ने एस.एस.पी. ट्रैफिक से मसले पर बातचीत की।

 जल्द वाहन हटाने का दिया भरोसा
सूत्रों के अनुसार एस.एस.पी. ट्रैफिक को ट्रांसपोर्ट सैक्रेटरी ने इंपाउंड की गई गाडिय़ों को खड़ा करने के लिए वैकल्पिक जगह तलाशने को कहा ताकि ड्राइविंग ट्रैक पर आए लोगों को टेस्ट देने में किसी प्रकार की अड़चन न आए। बताया जाता है कि एस.एस.पी. शशांक आनंद ने ट्रांसपोर्ट सैक्रेटरी को ट्रैक पर पड़े वाहन जल्द हटाने का भरोसा दिया। जो वाहन बिलकुल ट्रैक पर थे वह मंगलवार को हटाए भी गए लेकिन अभी चूंकि ट्रैफिक पुलिस के पास साइकिल ट्रैंकों पर चल रहे हजारों वाहन इंपाउंड किए पहुंच चुके हैं लिहाजा पुलिस को इन्हें खड़ा करने में दिक्कत पेश आ रही हैं।

 10 हजार से ज्यादा वाहन हो चुके इम्पाऊंड
जानकारी के अनुसार जबसे साइकिल ट्रैकों पर ट्रैफिक पुलिस ने एफ.आई.आर. दर्ज कर चालान करने शुरू किए हैं, उनकी संख्या 10 हजार से भी पार पहुंच चुकी है। यानि इतनी ही तादाद में वाहन इंपाउंड किए गए हैं। बताया जा रहा है कि ट्रैफिक पुलिस यह वाहन भी 15-20 दिन के वक्त के बाद ही छोड़ रही है जिससे ट्रैफिक पुलिस के पास सैक्टर 23 में वाहनों की कतारें लग गई हैं। उधर यह भी पता लग रहा है कि  ट्रैफिक पुलिस अब इन वाहनों को खड़ा करने के लिए कहीं और भी बड़ी जगह तलाश रही है क्योंकि   लगातार यह ड्राइव आगे भी चलती रहेगी।

bhavita joshi

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