जानिए UPSC में 70वां रैंक हासिल करने वाले विशु की कहानी उनकी जुबानी
punjabkesari.in Thursday, May 12, 2016 - 08:51 AM (IST)

चंडीगढ़ (आशीष): अगर हौंसले बुलंद हों तो कोई भी मुकाम पाना मुश्किल नहीं होता। आपकी मेहनत ही आपको उंचाइयों की बुलंदियों तक पहुंचा सकती है ऐसा ही कुछ कहना है शहर के इस होनहार युवा विशु महाजन का जिन्होंने ने यू.पी.एस.सी. में 70वां रैंक हासिल किया है। खास बात यह है कि इन्होंने इस परिक्षा के लिए किसी प्रकार की कोचिंग नहीं ली बस अपने दम पर यह मुकाम हासिल किया है। यू.पी.एस.सी. की सिविल सेवा परीक्षा में शहर के विशु महाजन ने 70वां रैंक हासिल कर शहर का नाम रोशन किया है।
विशु शुरू से ही जिद्दी था। इसी जिद्द के चलते वह आज इस मुकाम पर पहुंच सका। जिद हमेशा पढ़ाई के लिए की है। कई बार अभिभावकों को खाने-पाने और सेहत का ध्यान रखने के लिए दबाव डालना पड़ता था। विशु ने फिजिक्स विषय में परीक्षा दी थी और दूसरी बार परीक्षा में बैठा था। इस रैंक को हासिल करने के लिए किसी भी कोङ्क्षचग संस्थान से किसी भी प्रकार की मदद नहीं हासिल की है। विशू का कहना है कि सैल्फ स्टडी में जो मजा है वह कोङ्क्षचग में नहीं। उसने बताया कि शुरू से ही उसकी किस्मत ने उसका साथ दिया है। जब वह छठी कक्षा में था तो यू.टी. कैटेगरी में राष्ट्रीय इंडिया मिलिट्री कालेज में दाखिला हो गया था।
जे.ई.ई. में 71वां रैंक ही हासिल किया है विशु ने
विशु 12वीं कक्षा के बाद आई.आई.टी. जे.ई.ई. में 71वां रैंक ऑल इंडिया भी हासिल कर चुका है। इसके पश्चात मुम्बई आई.आई.टी. से शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं। विशू ने बताया कि सिविल सेवा में ध्यान सामाजिक सेवा पर रहेगा और कत्र्तव्य के प्रति निष्ठा पूर्वक कार्य करेगा। विशु मुम्बई में टैक फैस्ट का आयोजन करने में भी अहम भूमिका निभा चुका है।
इन दिनों वह दिल्ली में रिश्तेदार के घर गया हुआ है। जब उन्हें अपने रिजल्ट का पता चला तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने दिल्ली से ही चंडीगढ़ अपने घर पर अपने अभिभावकों को सूचित किया। इस सफलता के लिए दादी निर्मला देवी, पिता डा. सुनील महाजन और शहर के नजदीक पंजाब में सरकारी स्कूल की पिं्रसीपल मां आशा महाजन का अहम योगदान रहा है। विशु के बडे भाई रघु महाजन भी आई.आई.टी.,ए.आई.ई.ई.ई. में ऑल इंडिया स्तर पर पहला रैंक हासिल कर चुका है।