UGC ने जारी किया गया पत्र,106 पी.एचडी. धारकों को मिलेगा फायदा

punjabkesari.in Saturday, Dec 08, 2018 - 01:00 PM (IST)

चंडीगढ़(रश्मि) : पंजाब यूनिवर्सिटी के जिन 106 पी.एचडी. धारकों ने 11 जुलाई 2009 से पहले पी.एचडी. की पढ़ाई पूरी की है या फिर पी.एचडी. के लिए एन्रोलमैंट, रजिस्ट्रेशन करवाया था। उन्हें कैश और नॉन कंपाऊंड एडवांस इन्क्रीमैंट का फायदा मिलेगा। यू.जी.सी. ने इसके लिए बकायदा पत्र जारी किया है। 

पत्र में शिक्षकों की प्रोमोशन को लेकर गाइडलाइन भी दी गई है। यह पत्र पी.यू. के एफ.डी.ओ. विक्रम नैय्यर को भी भेज दिया है। बता दें कि पी.एचडी. धारकों की इन्क्रीमैंट का मुद्दा लंबे समय से रुका था। लेकिन यू.जी.सी. के पत्र से साफ है कि यह पी.एच.डी. धारक भी इन्क्रीमैंट लेने के हकदार हैं। पत्र में बताया गया है कि यह प्रोमोशन उन्हें दी जाएगी, जिन्होंने पी.एचडी. रैगुलर की हो। 

पी.एचडी. का मूल्यांकन दो बाहर के एग्जामिनर ने किया हो। उम्मीदवार को ओपनवाइवा कोड लिया गया हो। पी.एचडी. धारक दो रिसर्च पेपर पब्लिश किए हों। कम से कम दो सैमीनारों में हिस्सा लिया हो। यह वह शिक्षक  हैं, जो नैट/जी.पी.ए.टी./गेट  क्वालीफाई हैं और पी.यू. से पहले किसी संस्थान और  यूनिवर्सिटी को ज्वाइन कर चुके हैं, जबकि इन शिक्षकों ने पी.यू. के जुलाई 2009 के बाद ज्वाइन किया है।

पी.यू. को भेजी गाइडलाइंस :
यू.जी.सी. की ओर से जारी गाइडलाइन में बताया गया है जिन उम्मीदवारों की रिक्रूटमैंट के समय उन्होंने असिस्टैंट प्रोफेसर के तौर पर ज्वाइन किया और पी.एचडी. डिग्री कर रहे हो, उन्हें पांच नान कम्पाऊंड इंक्रमीमैंट दी जाएगी। पत्र में पी.एचडी. धारकों के इंक्रीमैंट संबंधी सभी गाइड लाइन को पी.यू. प्रबंधन को भेज दिया है। गौरतलब है कि लोकल अॅाडिट की ओर गत 11 जुलाई 2009 से पहले पी.एचडी. करने वाले उम्मीदवारों पर ऑब्जैक्शन लगाई गई थी। 

जिन पी.एचडी. धारकों ने सत्र 2009 से पहले कोर्स वर्क किए बिना पी.एचडी. पूरी की है, उन्हें इंक्रीमेंट नहीं मिलेगी। यू.जी.सी. नोटिफिकेशन के तहत कोर्स वर्क सैशन 2010 से शुरू हुआ है। इसलिए यह ऑब्जैैक्शन इन शिक्षकों पर नहीं लगाई जा सकती। पी.यू. से संबंधितकॉलेजों के 137 शिक्षकों को यह लाभ नहीं मिलेगा। 


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Priyanka rana

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