यू.टी.सी.ए. को बी.सी.सी.आई. से मान्यता

punjabkesari.in Saturday, Jul 27, 2019 - 10:21 AM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन यादव): यू.टी. क्रिकेट एसोसिएशन को आखिरकार तीन दशक के प्रयासों के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बी.सी.सी.आई.) से मान्यता मिल गई है। यू.टी. क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय टंडन ने प्रैसवार्ता में बताया कि अब चंडीगढ़ की अपनी क्रिकेट टीम होगी, जो बी.सी.सी.आई. द्वारा आयोजित टूर्नामैंटों में भाग लेगी। मान्यता की जानकारी बी.सी.सी.आई. के अधिकारियों द्वारा दी गई है। टंडन ने कहा कि अब शहर के खिलाडिय़ों को रणजी मुकाबले के लिए दूसरे राज्यों की तरफ से खेलने की जरूरत नहीं। मान्यता को लेकर चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी.बदनौर व स्पोर्ट्स  अधिकारियों का बहुत बड़ा योगदान है। 

1982 से किया जा रहा था प्रयास
1982 में यू.टी. क्रिकेट एसोसिएशन का गठन किया गया था। इसके बाद से एसोसिएशन की तरफ से मान्यता को लेकर आवेदन होते रहे, लेकिन हमेशा निराशा हाथ लगी, लेकिन एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने हार नहीं मानी।

टंडन के अध्यक्ष बनते ही प्रयास हुए तेज
यू.टी.सी.ए. की तरफ से 2016 में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन को अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद से मान्यता को लेकर भागदौड़ तेज हो गई थी। 

अब तक क्या-क्या
-यू.टी.सी.ए. की ओर से मई, 2017 में सुप्रीम कोर्ट में मान्यता को लेकर याचिका दायर की गई।
-सुप्रीम कोर्ट ने जनवरी 2018 में बी.सी.सी.आई. को आदेश जारी किए। 
-जून 2018 में यू.टी. क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से बी.सी.सी.आई. को 110 पेजों का प्रैजेंटेशन दिया गया। 
-मान्यता के लिए दी गई एप्लीकेशन पर विचार कर 12 जुलाई, 2018 को बी.सी.सी.आई. की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया। 
-मार्च 2019 में बी.सी.सी.आई. से सीधी मान्यता की दिशा में गठित पूर्व क्रिकेटरों पर आधारित दो सदस्यीय समिति ने चंडीगढ़ का दौरा किया। 
-बी.सी.सी.आई.ने 18 जुलाई 2019 को शहर में चल रही दो और एसोसिएशनों को मर्ज करने का आदेश दिया।
-यू.टी. क्रिकेट एसोसिएशन व यू.टी. क्रिकेट एसोसिएशन एफिलेटिड पंजाब 24 जुलाई 2019 को मर्ज हुई।

शहर में खिलाडिय़ों के लिए बेहतरीन सुविधा
यू.टी.सी.ए. के अध्यक्ष संजय टंडन ने बताया कि शहर में क्रिकेट खिलाडिय़ों के लिए बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है। सैक्टर-16 स्थित क्रिकेट स्टेडियम, जी.एम.एस.एस.एस.-26 और आई.टी. पार्क स्थित महाजन क्रिकेट अकादमी व डी.ए.वी.-8 में बेहतरीन मैदान हैं। 

टीम के नाम को लेकर फैसला एक-दो दिन में
संजय टंडन ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अभी टीम के नाम को लेकर विचार किया जाएगा। एक-दो दिन में टीम के नाम की घोषणा हो जाएगी। जो खिलाड़ी दूसरे राज्यों से खेल रहे हैं, अगर वे चंडीगढ़ से खेलना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। इसके साथ ही जो खिलाड़ी दूसरे राज्यों से खेलने का इच्छुक होगा, वह एन.ओ.सी. लेगा। इस सीजन में रणजी खेलने के सवाल पर कहा कि अभी बी.सी.सी.आई. की ओर से अंडर-23 तक खेलने की परमिशन मिली है, जिसमें मैंस व वूमैन टीम शामिल है। रणजी मैच खेलने की परमिशन भी 30 जुलाई तक हो जाएगी। 

पुड्डुचेरी को मान्यता के बाद रास्ता हुआ साफ
संजय टंडन ने कहा कि पुड्डुचेरी को मान्यता मिलने के बाद हमारे लिए भी रास्ता साफ हो गया। पहले चंडीगढ़ को केंद्र शासित प्रदेश बताकर मान्यता की दौड़ से बाहर कर देते थे, लेकिन जब बी.सी.सी.आई. की ओर से पुड्डुचेरी को मान्यता दी गई तो इसके बाद 2017 में यू.टी.सी.ए. ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। जिसके बाद हमे यह कामयाबी मिली।

पंजाब की सी.सी.ए. का विलय, हरियाणा की सी.सी.ए. हुई अलग-थलग 
पंजाब से मान्यता प्राप्त चंडीगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन तो यू.टी. क्रिकेट एसोसिएशन के साथ विलय कर गई, लेकिन हरियाणा से मान्यता प्राप्त चंडीगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन का रुख और रवैया अलग-थलग वाला रहा। 


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bhavita joshi

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