ट्राईसिटी के डॉक्टर्स आज 24 घंटे की स्ट्राइक पर

punjabkesari.in Monday, Jun 17, 2019 - 11:28 AM (IST)

चंडीगढ़(पाल): आज अगर बहुत जरूरी है तभी पी.जी.आई. या दूसरे अस्पताल जाएं, वरना दूरदराज से आने मरीजों को बिना इलाज ही लौटना पड़ सकता है। ऑल इंडिया लैवल पर हो रही डाक्टर्स की स्ट्राइक में पी.जी.आई. समेत शहर के सभी प्राइवेट अस्पताल भी शामिल हैं। ट्राईसिटी में डॉक्टर्स 24 घंटे का प्रोटैस्ट करेंगे। हालांकि स्ट्राइक को देखते हुए सभी गवर्नमैंट अस्पतालों में एमरजैंसी सुविधाएं बढ़ाने की बात कही गई है ताकि किसी भी मरीज की जान को खतरा न हो। 

सोमवार सुबह 6 बजे से मंगलवार सुबह 6 बजे तक यह स्ट्राइक जारी रहेगी। हालांकि एमरजैंसी सर्विस इस दौरान जारी रहेगी। लेकिन ओ.पी.डी., क्लीनिक्स, लैब्स, रेडियोलॉजी व दूसरी हैल्थ सर्विस बंद रहेंगी। आई.एम.ए. (इंडियन मैडीकल एसोसिएशन) के प्रैजीडैंट डा. राजेश धीर ने बताया कि वेस्ट बंगाल सरकार के अडिय़ल रवैये के कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ रहा है। एक हजार से ज्यादा डाक्टर्स ने गवर्नमैंट अस्पतालों से रिजाइन कर दिया है। 

1300 रैजीडैंट डॉक्टर्स स्ट्राइक पर 
पी.जी.आई. में हर साल 15 मई से 15 जुलाई तक डॉक्टर्स का वैकेशन रहता है, जोकि पहले व दूसरे हाफ में बांटा जाता है। पहले हाफ की फैकल्टी रविवार को ही लौटी है जबकि दूसरे हाफ को सोमवार से वेकैशन पर जाना था। स्ट्राइक को देखते हुए पी.जी.आई. डायरैक्टर प्रो. जगत राम ने सर्कुलर जारी कर फैकल्टी से अपील की है कि वह फिलहाल वकैशन पर न जाएं। इससे मरीजों को नुक्सान हो सकता है। उनका सहयोग करें। इससे पहले सुबह डायरैक्टर ने सर्कुलर निकाल कर सभी  के वैकेशन कैंसल कर दिए थे।

 फैकल्टी ने डायरैक्टर से मीटिंग कर अपनी नाराजगी जाहिर की। इसे देखते हुए सर्कुलर को वापस ले लिया गया और उनसे गुजारिश की गई की वे कुछ दिनों के लिए सहयोग दें। अगर वैकेशन कैंसल होती तो ऐसा पी.जी.आई. के इतिहास में पहली बार होता। जूनियर डॉक्टर्स के स्ट्राइक पर रहने के कारण सोमवार को ओ.पी.डी. फैकल्टी के हवाले की गई है। 1300 रैजीडैंट डाक्टर्स स्ट्राइक पर रहेंगे। 

सैक्टर-17 में कैंडल मार्च 
पी.जी.आई. ए.आर.डी. (एसोसिएशन ऑफ डाक्टर्स) के प्रैजीडैंट डा. उत्तम ठाकुर ने बताया कि रैजीडैंट डॉक्टर्स काम पर नहीं जाएंगे। अस्पताल में सिर्फ एमरजैंसी व आई.सी,यू. सर्विस जारी रहेंगी। सुबह 8 बजे पी.जी.आई. भार्गव ऑडीटोरियम में एकत्रित होंगे। जी.एम.सी.एच.-32 व जी.एम.एस.एच-16 का स्टाफ भी पी.जी.आई. में ही जुटेगा। सुबह 11 बजे प्रैस कॉन्फ्रैंस की जाएगी। शाम को 5.30 बजे पी.जी.आई. से सैक्टर-17 प्लाजा तक मार्च निकाला जाएगा, जिसमें आई.एम.ए. डॉक्टर्स भी शामिल होंगे। वहां जाकर कैंडल जलाई जाएगी। अगर कल किसी भी वक्त वेस्ट बंगाल में बैठे डॉक्टर्स की डिमांड मान ली जाती है तो हम उसी वक्त स्ट्राइक खत्म कर देंगे।

जी.एम.सी.एच.-32 में 85 फैकल्टी मैंबर होंगे तैनात  
जी.एम.सी.एच. डायरैक्टर प्रो. बी.एस. चवन ने बताया कि रैजीडैंट्स ने स्ट्राइक को लेकर उन्हें नोटिस दे दिया है। मौजूदा वक्त में अस्पताल में 300 जूनियर रैजीडैंट और 180 सीनियर डॉक्टर्स हैं, जो स्ट्राइक का हिस्सा रहेंगे। ऐसे में मरीजों के लिए हर डिपार्टमैंट के फैकल्टी मैंबर्स की ड्यूटी लगा दी गई है। रूटीन ओ.पी.डी. बंद रहेगी लेकिन पूरी कोशिश रहेगी कि दूरदराज व एमरजैंसी में आने वाले मरीजों को अच्छी तरह अटैंड किया जाए। अस्पताल में कुल 180 फैकल्टी हैं, जिसमें से वेकैशन होने के कारण आधे डॉक्टर छुट्टी पर हैं। 85 फैकल्टी मैंबर को तैनात किया गया है। डॉ. चवन के मुताबिक अगर किसी कारण स्ट्राइक एक्सटैंड होती है तो वैकेशन पर गए सभी डॉक्टर्स को बुला लिया जाएगा। 

पी.जी.आई. में 8 से 9 बजे तक होगा रजिस्ट्रेशन 
लगातार तीसरे दिन पी.जी.आई. ओ.पी.डी. में रजिस्ट्रेशन टाइमिंग को सुबह 11 बजे से घटाकर 8 से 9 बजे तक कर दिया गया है। शुक्रवार को भी रैजीडैंट्स ने कुछ घंटों की स्ट्राइक की थी, जिसके कारण 6 हजार मरीजों को बिना इलाज के लौटना पड़ा था। शनिवार को रैजीडैंट्स ने ब्लैक बैच पहन कर प्रोटैस्ट किया था। 

फैकल्टी ब्लैक बैच पहन कर करेगी प्रदर्शन 
जी.एम.सी.एच. 32 फैकल्टी एसोसिएशन के प्रैजीडैंट डा. थापा ने बताया कि गवर्नमैंट नियमों के तहत हम स्ट्राइक में हिस्सा नहीं ले सकते लेकिन हम ब्लैक बैच पहन कर और गवर्नमैंट को ज्ञापन देकर स्ट्राइक का साथ देंगे। साथ ही मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए फैकल्टी पूरी तरह तैनात कर दी गई है। 

जी.एम.एस.एच.-16 में जारी रहेगी ओ.पी.डी. 
जी.एम.सी.एच. सैक्टर-16 के मैडीकल सुपरिंटैडैंट डा. वी.एस. नागपाल ने बताया कि स्ट्राइक को लेकर फिलहाल जूनियर स्टाफ की ओर से किसी तरह का नोटिस नहीं मिला है कि वह स्ट्राइक का हिस्सा रहेंगे। ड्यूटी के बाद अगर कोई इसका हिस्सा बनना चाहता है तो वह पर्सनल है। जहां तक ओ.पी.डी. का सवाल है तो वह रूटीन की तरह जारी रहेगी। किसी भी एमरजैंसी से निपटने के लिए सारे इंतजाम कर लिए गए हैं। मरीजों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। 


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bhavita joshi

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