इस वजह से मलोया में काटे जाएंगे 168 पेड़

Monday, Oct 09, 2017 - 09:37 AM (IST)

चंडीगढ़(विजय) : चंडीगढ़ प्रशासन विभिन्न प्रोजैक्ट्स के लिए 168 पेड़ों को काटने जा रहा है। इनमें से 108 पेड़ ऐसे हैं जो या तो पूरी तरह सूख चुके हैं या फिर गिरने के कागार पर हैं। इसके लिए प्रशासन की ओर से लगभग 4 लाख रुपए का टैंडर भी जारी कर दिया है। ये सभी पेड़ मलोया में काटे जाएंगे। 

 

दरअसल यहां प्रशासन की ओर से 4990 फ्लैट्स का निर्माण किया जाना है। ये सभी 2 रूम फ्लैट्स होंगे। इन फ्लैट्स के लिए सीधे कनैक्टिविटी लाने के लिए प्रशासन ने यहां एक सड़क की कंस्ट्रक्शन प्लान की है। जिसके लिए प्रशासन ने 108 सूखे पेड़ों को हटाने का फैसला लिया है। इसके साथ ही 37 हरे पेड़ों की भी कुर्बानी दी जाएगी। 

 

सैक्टर-17 में ये पेड़ इसलिए काटे जाएंगे क्योंकि यहां से कैपिटल कांप्लैक्स के बीच कनैक्ट करता हुआ एक साइकिल ट्रैक बनाया जाना है। इसके अतिरिक्त सैक्टर-17 से रोज गार्डन के बीच अंडरपास भी बनना है। इसलिए भी पेड़ काटे जाने हैं। वहीं, सैक्टर-17 में अर्बन पार्क भी बनाया जाना है। इसलिए प्रोजैक्ट के बीच में आने वाले 23 हरे पेड़ भी काटे जाएंगे। 

 

सूखे पेड़ों के लिए विभागों की जिम्मेदारी तय :
शहर में किसी भी सूखे पेड़ को अगर काटना होगा तो उसके लिए दो जगह से परमीशन लेनी होगी। नगर निगम के एस.डी.ओ. (हॉर्टिकल्चर) या यू.टी. के इंजीनियरिंग विभाग के एस.डी.ओ. (हॉर्टिकल्चर) के साथ-साथ डिपार्टमैंट ऑफ फॉरेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ, चंडीगढ़ प्रशासन के रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर (आर.एफ.ओ.) को इस मामले में स्पैशल पावर दी गई है। शिकायत मिलने पर सबसे पहले इनमें से दो विभागों के एस.डी.ओ. और आर.एफ.ओ. मौके पर जाकर यह जानकारी हासिल करेंंगे कि क्या सचमुच में सूखे पेड़ को वहां से हटाने की जरूरत है?

 

1 की जगह लगेंगे 5 पौधे :
फॉरेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ डिपार्टमैंट की ओर से जारी की गाइडलाइंस में एक कंडीशन यह लगाई गई है कि अगर कहीं से 1 सूखा और मृत पेड़ हटाया जाता है तो उसकी बजाय 5 पौधे लगाने होंगे। इसकी जिम्मेदारी भी इन तीनों विभागों की होगी। इनमें से एक पौधे को तुरंत उसी जगह पर लगाना होगा जहां से सूखा पेड़ हटाया गया है। दरअसल यह कंडीशन लगाने के पीछे कारण बताया गया है कि इससे पहले जब भी सूखे पेड़ हटाए गए हैं तो वहां की बजाय किसी अन्य जगह पर पौधा लगा दिया जाता है। 

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