आला अफसर के घर से निकली, अफसरों के ही काम आई ट्रेडमिल

punjabkesari.in Wednesday, Aug 24, 2016 - 10:42 AM (IST)

चंडीगढ़, (लल्लन यादव): लाखों की कीमत वाली टैक्नो जिम सैक्टर-42 की ट्रेडमिल मशीन एडवाइजर के घर से निकली और जा पहुंची सैक्टर-7 के खेल परिसर के आधे-अधूरे जिम में जबकि जिला खेल अधिकारी मशीन ठीक करवाने के लिए कंपनी में भेजने की बात कह रहे थे। जब पंजाब केसरी टीम ने एक सप्ताह इन्वैस्टीगेशन कर ट्रेडमिल को खोज निकाला तो खेल अधिकारी ने बयान बदल दिए।
इस बार उन्होंने कहा कि सैक्टर-7 के जिम में ट्रेड मिल की जरूरत थी इसलिए वहां भेज दी गई जबकि हकीकत यह है कि सैक्टर-7 के खेल परिसर में बने जिम में खिलाडिय़ों को जाने की अनुमति नहीं है। ऐसे में ट्रेडमिल किस के लिए भेजी गई समझ से परे है। हमने एक सप्ताह तक जांच की तो सामने आया कि सैक्टर-7 के सरकारी बंगलों में रहने वाले प्रशासनिक अफसर सैक्टर-7 के जिम का लुत्फ उठा रहे हैं या उनके बच्चे और बीवियां स्लिम ड्रिम हो रही हैं। 
 
खिलाडिय़ों को जिम करने की परमिशन नहीं
खेल विभाग की ओर से टैक्रो जिम की ट्रेडमिल तो स्पोर्ट्स काम्पलैक्स-7 में लगा दिया गया है और खेल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सैंटर में अभ्यास करने वाले खिलाडिय़ों की फिटनैस के लिए लगाई गई हैं लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सैंटर में अभ्यास कर रहे खिलाडिय़ों को जिम में अभ्यास करने की परमिशन ही कोचों की ओर से नहीं दी गई है। ऐसे में आप अनुमान लगा सकते हैं कि टैक्नो जिम की ट्रेडमिल को सैक्टर-7 स्पोर्ट्स काम्पलैक्स में क्यों लगाया गया है। इससे स्पष्ट होता है कि एक अधिकारी के घर से ट्रेडमिल उठाकर दूसरे अधिकारियों के फायदे के लिए सैक्टर-7 में लगा दी गई है। 
 
 
जिम में एक ही ट्रेडमिल वह भी सेक्टर 42 की 
स्पोर्ट्स  काम्पलैक्स-7 में खेल विभाग की ओर से जो जिम बनाया गया है वह टैक्नो जिम नहीं है इसलिए टैक्नो जिम की ट्रेडमिल को वहां नहीं लगाया जा सकता। यही नहीं, सैक्टर-7 के खेल परिसर में बनाए गए जिम में इक्युप्मैंट्स भी पूरे नहीं हैं। ऐसे में ट्रेडमिल की जरूरत वहां नहीं है और जहां जरूरत है, वहां मशीन नहीं है।  जानकारी के अनुसार खेल विभाग की ओर से सैक्टर-7 स्पोर्ट्स काम्पलैक्स की जिम में तकरीबन 10 साइकलिंग मशीनें ही लगाईं गई हैं। इसके अलावा वहां कोई मशीन नहीं है। ऐसे में सैक्टर-42 की ट्रेडमिल वहां लगा देने का मकसद क्या है, यह समझ से परे है। 
 
अब भी टैक्नो जिम चल रहा बिना ट्रेडमिल के
9 माह बीत जाने के बाद भी अभी तक खराब हुई दो ट्रेडमिल व एक साइकलिंग मशीन ठीक नहीं हुई हैं। हालांकि जिम के ट्रेनर विवेक ने बताया कि वह लिखित में कई बार अधिकारियों को मशीने खराब होने की बात कह चुके हैं। आज भी दर्जनों  इंटरनैशनल खिलाड़ी व पेड मैंबर बिना ट्रेडमिल के ही जिम कर रहे हैं, जिसकी वजह सरकारी अफसर हैं जिन्होंने सैंकड़ों खिलाडिय़ों को दरकिनार कर चंद अफसरों को खुश करने के लिए ट्रेडमिल ही गायब कर दी।

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News