तेजस नहीं अब बिना इंजन वाली ट्रेन-18 चलेगी

punjabkesari.in Friday, Nov 09, 2018 - 10:32 AM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन) : चंडीगढ़-दिल्ली के बीच सबसे तेज चलने वाली ट्रेन के लिए अभी और इंतजार करना होगा। क्योंकि रेलवे तेजस की जगह देश में तैयार ट्रेन-18 चलाने की तैयारी में है। यह ट्रेन भी चंडीगढ़-दिल्ली के बीच तकरीबन 160 किलोमीटर की रफ्तार से ही चलेगी। यह ट्रेन बिना इंजन के ही ट्रैक पर दौड़ेगी। क्योंकि इस ट्रेन के कोच में पावर कार लगी है।

ट्रेन को चैन्नई की इंटिग्रल कोच फैक्टरी में तैयार किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार ट्रेन को तैयार करने में तकरीबन 100 करोड़ रुपए लगेंगे। अंबाला मंडल के अधिकारियों का कहना है कि पहली तैयार की गई ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद के बीच चलेगी और फैक्टरी से आने वाली दूसरी ट्रेन-18 को चंडीगढ़-दिल्ली रूट पर चलाने की बात की जा रही है। 

दूसरे राऊंड में चलेगी यह ट्रेन :
अधिकारियों को कहना है कि एक ट्रेन को तैयार करने में तकरीबन 16 माह का समय लग रहा है। ऐसे में चैन्नई कोच फैक्टरी में तैयार की गई पहली ट्रेन को मुबंई-अहमदाबाद चलाने की घोषणा की जा चुकी है, लेकिन जो दूसरी ट्रेन तैयार होगी, वह चंडीगढ़-दिल्ली के बीच चलेगी। अनुमान है कि ट्रेन-18 अप्रैल में चलाई जा सकती है।

52 सीटें ही होंगी :
चंडीगढ़ से दिल्ली के बीच चलने वाली शताब्दी की गति 130 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि यह 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक चल सकेगी। ट्रेन के मध्य में दो एग्जीक्यूटिव कंपार्टमैंट होंगे। इसके साथ ही जगह इस समय चल रही शताब्दी व अन्य ट्रेनों में 78 सीटें हैं। वहीं ट्रेन-18 में 52 सीटें होंगी। हर कोच में 6 सी.सी.टी.वी. कैमरे होंगे। इसकी सीट 360 डिग्री पर जरुरत के हिसाब से घुमाई जा सकेगी। 

यात्रियों के लिए ये होंगी सुविधाएं :
-सभी कंपार्टमैंट को फुल सील्ड गैंगवेज के जरिए एक-दूसरे से जोड़ा गया है ताकि पैसेंजर्स आसानी से एक कोच से दूसरे में आ और जा सकें। 
-ट्रेन में ऑटोमैटिक दरवाजे होंगे 
-वाई-फाई और इंफोटेनमैंट की सुविधा होगी
-जी.पी.एस.बेस्ड पैसेंजर इंफॉर्मेशन सिस्टम मॉड्यूलर टॉइलट्स हैं जोकि बायो वैक्यूम सिस्टम से लैस हैं 
-इंप्रूव्ड कपलर्स हैं जोकि जर्क को कम करते हैं सभी कोच ए.सी. चेयर कार से लैस होंगे
-व्हील चेयर के लिए स्पेस 


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Priyanka rana

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