कर्व ठीक किए बिना भी 2 घंटे में पूरा होगा चंडीगढ़-दिल्ली का सफर

Monday, Oct 16, 2017 - 10:25 AM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन) : चंडीगढ़-दिल्ली के बीच चलने वाली सैमी हाई स्पीड ट्रेन के रास्ते में आने वाले कर्व को ठीक करने की कोई जरूरत नहीं है। इन कर्व के होने के बाद भी चंडीगढ़-दिल्ली के बीच 245 किलोमीटर की दूरी को 2 घंटे में पूरा किया जा सकता हैं। यह कहना है फ्रांस कंपनी के 5 सदस्यीय टीम का। 

 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाल ही में बड़ौदा हाऊस में रेलवे अधिकारियों तथा फ्रांस की कंपनी के साथ बैठक हुई है। बैठक में रेलवे अधिकारियों ने कर्व को ठीक करने में असहमता जताई, जिसके बाद फ्रांस की कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि कर्व पर स्पीड कम करके भी चंडीगढ़-दिल्ली की दूरी को 2 घंटे में पूरा किया जा सकता हैं। जिसको लेकर रेलवे बोर्ड को फ्रांस कंपनी जल्द ही दोबारा सर्वे करके रिपोर्ट सौपेंगी। हालांकि अधिकारियों की ओर से मिली जानकारी के अनुसार कर्व को कम करने की योजना पर भी कार्य चल रहा है। 

 

पहले कर्व ठीक करने की थी योजना :
चंडीगढ़-दिल्ली के बीच सैमी हाई-स्पीड ट्रेन चलाने को लेकर कई बार फ्रांस से टीम ट्रैक की जांच करने के लिए पहुंची। जिसमें अंबाला-चंडीगढ़ के बीच रेलवे ट्रैक की हालत खस्ता पाई गई थी। जिसके बाद सैमी हाई स्पीड के लिए नया रेलवे ट्रैक बनाया गया। इसके बाद इस रूट में आने वाले कर्व को ठीक करने की योजना बनाई गई, लेकिन कर्व को ठीक करने के लिए भूमि अधिग्रहण करना जरूरी था। जिसमें काफी समय लग जाता। ऐसे में रेलवे ने फ्रांस की कंपनी के साथ बैठक कर कर्व ठीक न करने में असमर्थता जताई। जिसके बाद अब कर्व पर स्पीड़ धीमी करने की योजना पर कार्य चल रहा है। 

 

रेलवे ट्रैकों के आसपास भूमि का अभाव :
जानकारी के अनुसार चंडीगढ़-दिल्ली रेलवे ट्रैक के रूट में आने वाले कई जगहों पर रेलवे ट्रैक बनाने के बाद रेलवे की जमीन नहीं है और इन कर्व को ठीक करने के लिए जमीन की आवश्यकता होगी। वहीं ट्रैक के साथ लोगों ने बड़ी-बड़ी इमारतें बना ली हैं तो उनको काफी मुआवजा देना पड़ेगा। ऐसे में काफी समय भी लगेगा। 

 

32 किलोमीटर की दूरी में 10 कर्व :
चंडीगढ़-दिल्ली के बीच की दूरी करीब 245 किलोमीटर की है। ऐसे में करीब 32 किलोमीटर के भीतर ही 10 कर्व हैं। ऐसे में रेलवे विभाग की ओर से सैमी हाई स्पीड चलाने के लिए यह कर्व सिरदर्द बने हुए हैं, क्योकि फ्रांस टीम का दावा हैं कि इन कर्व पर स्पीड कम करके भी दूरी 2 घंटे में पूरी की जा सकती है, लेकिन जानकारी के अनुसार चंडीगढ़-अंबाला रूट के बीच ही करीब 7 कर्व हैं।

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