ड्यूटी के दौरान हिमाचल भवन में सो रहे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की ही हुई पहचान

Saturday, Jun 22, 2019 - 10:55 AM (IST)

चंडीगढ़ (संदीप) : हिमाचल भवन के डोरमैट्री रूम में वीरवार दोपहर को वर्दी में आराम फरमाने वाले 10 से ज्यादा ट्रैफिक पुलिसकर्मियों में से सिर्फ पांच की ही पहचान अभी तक अधिकारी कर पाए हैं। अधिकारियों की मानें तो इस मामले की जांच एस.एस.पी. ने डी.एस.पी. ट्रैफिक ईस्ट चरनजीत सिंह को सौंपी है। 

 

उनकी मानें तो चैनलों की फुटेज के आधार पर अभी तक केवल पांच पुलिस कर्मियों की ही पहचान हो पाई है। बाकियों की पहचान के लिए हिमाचल भवन से पिछले कई दिन की सी.सी.टी.वी. फुटेज ली जा रही है, जिससे पता लगाया जा सके कि वीरवार को यहां पर कौन कौन से ट्रैफिक कर्मी मौजूद थे और वे कितने दिन से यहां आकर आराम फरमा रहे थे। 

 

कर्मचारियों का ड्यूटी रोस्टर किया जाएगा चैक
अधिकारियों की मानें तो सबसे पहले यहां डोरमैट्री में आराम फरमाने वाले सभी पुलिस कर्मियों की पहचान की जाएगी। इसके बाद उनकी ड्यूटी का रोस्टर चैक किया जाएगा, जिससे पता चल पाएगा कि कौन से पुलिस कर्मी की ड्यूटी कहां पर थी और जिस समय वह हिमाचल भवन में आराम कर रहे थे, उस समय उनका लंच टाइम था या फिर वह अपने ड्यूटी पर ही यहां पर सोए हुए थे। 

 

इसके  साथ ही इस बात की भी जांच की जा रही है कि आखिर इतने ट्रैफिक कर्मी यहां हिमाचल भवन की डोरमैट्री में एक साथ कैसे आए थे। सूत्रों की मानें तो ये पुलिसकर्मी अपनी वर्दी का रौब दिखाकर अकसर यहां पर  आराम फरमाते थे। 

 

पुलिसकर्मियों में मच गया था हड़कंप
वीरवार दोपहर हिमाचल भवन की पार्किंग में ट्रैफिक पुलिस के कई सरकारी वाहन पार्क नजर आए। जब भवन के डोरमैट्री में मीडिया की टीम गई तो यहां 10 से ज्यादा ट्रैफिक कर्मी यहां लगे बैडों पर आराम फरमा रहे थे। 

 

कुछ वर्दी में सोए हुए थे तो कुछ ने तो अपनी वर्दी तक यहां दीवारों पर टांग रखी थी। कमरे में मीडिया देखकर सभी ट्रैफिक कर्मी घबरा गए। कुछ तो बौखलाहट में यहां बाथरूम में जाकर छिप गए और बाहर ही नहीं निकले। 

 

कुछ ट्रैफिक कर्मियों ने यहां खाना खाने के लिए आने की बात कही तो कुछ ने कहा कि 2 घंटे के लंच टाइम में वे यहां आराम करने आए थे। मीडिया को देख सभी टै्रफिक कर्मी अपने-अपने सरकारी वाहन लेकर यहां से चलते बने।

 

सुलगते सवाल 
-अधिकारियों की मानें तो ड्यूटी के दौरान एक प्वाइंट पर यदि 4 कर्मी तैनात हैं, तो वे आपस में बारी-बारी से एक घंटे के लंच पर चले जाते हैं। सवाल यह है कि कैसे एक साथ 10 से ज्यादा कर्मियों को लंच पर भेजा गया। 
- जब अधिकारियों ने पांच कर्मियों की पहचान कर ली है, तो बाकी की पहचान में क्यों देरी हो रही है, जबकि सभी पुलिसकर्मी उनके अपने ही विभाग के हैं।
-हिमाचल भवन के मैनेजर की मानें तो यह डोरमैट्री यहां आने वाले मेहमानों के साथ आने वाले ड्राइवरों और गनमैनों के लिए है तो ऐसे में ट्रैफिक पुलिस कर्मी यहां कैसे प्रवेश कर आराम फरमा रहे थे।

pooja verma

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