शहर में इन जगहों में होता है सबसे अधिक ट्रैफिक जाम

Saturday, Aug 05, 2017 - 10:49 AM (IST)

चंडीगढ़(विजय) : शहर में बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम न होने का खमियाजा रोजाना कई सड़कों में ट्रैफिक जाम के रूप में शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। तेजी से बढ़ रही इस समस्या से निजात पाने के लिए पिछले साल चंडीगढ़ प्रशासन ने फ्रैंच गवर्नमैंट एजैंसी ए.एफ.डी. के साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट के अतिरिक्त सस्टेनेबल अर्बन डेवलपमैंट के क्षेत्र में मैमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एम.ओ.यू.) साइन किया था। जिसके बाद शुक्रवार को एजैंसी ने प्रशासनिक अधिकारियों के सामने एक प्रैजेंटेशन दी। 

 

एजैंसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मध्य मार्ग, जन मार्ग और दक्षिण मार्ग में सबसे अधिक ट्रैफिक की समस्या है। इसके अतिरिक्त उद्योग पथ, पूर्व मार्ग और हिमालय मार्ग में भी कैपेसिटी से अधिक ट्रैफिक होता है। पिछले कुछ सालों के दौरान चंडीगढ़ में काफी तेजी से ट्रैफिक बढ़ा है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के बेहतर विकल्प न होने की वजह से लोग टू व्हीलर्स और कारों में ही ट्रैवल करना पसंद करते हैं। जिसकी वजह से ट्रैफिक कंजेशन की समस्या तेजी से बढ़ी है। यही नहीं, सड़कों में व्हीकल्स की संख्या अधिक होने की वजह से एयर क्वालिटी पर भी असर पड़ रहा है।

 

कनैक्टिविटी समस्या :
प्रैजेंटेशन के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने एजैंसी से गुजारिश की है कि पंचकूला, मोहाली और मुल्लांपुर की कनैक्टिविटी को बेहतर बनाने का कोई सॉल्यूशन तलाशा जाए। प्रशासन पहले से ही इन सड़कों की चौड़ाई को बढ़ा चुका है लेकिन बावजूद इसके यहां ट्रैफिक कईं गुना बढऩे की वजह से स्थिति काबू में नहीं आ रही है। ट्रैफिक के अतिरिक्त एजैंसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर भी स्टडी कर रही है। 

 

देश में सबसे अधिक व्हीकल्स का घनत्व :
चंडीगढ़ का क्षेत्रफल बेशक कम हो लेकिन जब बात आती है वाहनों की तो शहर घनत्व के मामले में पूरे देश में टॉप पर पहुंच जाता है। शहर में टू व्हीलर्स और फोर व्हीलर्स को मिलाकर लगभग 12 लाख रजिस्टर्ड व्हीकल्स हैं। यानि हरेक घर में दो से अधिक वाहन हैं। 

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