आज से स्कूली बसों पर कसेगा शिकंजा, प्रशासन ने पूरी की तैयारी
punjabkesari.in Thursday, Jan 19, 2017 - 12:30 AM (IST)

चंडीगढ़, (विजय) : शहर के प्राइवेट स्कूलों के बस ऑप्रेटर्स पर शिकंजा कसने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। पिछले साल प्रशासन ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए सेफ ट्रांसपोर्टेशन पॉलिसी फॉर स्टूडैंट्स को नोटिफाई कर दिया था लेकिन अभी तक इस पॉलिसी के तहत कोई ऐसे कदम नहीं उठाए गए थे, जिसके जरिए बस ऑप्रेटर्स पर कोई प्रभाव पड़ सके लेकिन अब प्रशासन ने स्कूली बसों का पूरा सिस्टम बेहतर बनाने के लिए वीरवार से विशेष अभियान चलाने का फैसला लिया है।
19 जनवरी से स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एस.टी.ए.) की टीमों द्वारा शहर में विभिन्न जगहों पर नाके लगाकर स्कूली बसों की चैकिंग की जाएगी। जो भी शर्तें एस.टी.ए. द्वारा पॉलिसी में रखी गई हैं, उनकी जांच की जाएगी। यह पहली बार है कि स्कूली बच्चों की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए इस तरह की पॉलिसी प्रशासन की तरफ से बनाई गई है। पॉलिसी में स्कूल बसें, प्राइवेट ट्रांसपोर्ट्स की बसों, टैक्सी, कैब और ऑटो रिक्शा तक के लिए प्रावधान किए गए हैं।
स्कूल मैनेजमैंट की पूरी जिम्मेदारी
पॉलिसी में साफ किया गया है कि बच्चे चाहे स्कूल की बसों में ट्रैवल करे या फिर इंडिपैंडैंट बसों में लेकिन बच्चों की सेफ्टी की जिम्मेदारी स्कूल मैनेजमेंट की ही रहेगी। स्कूल मैनेजमेंट की ड्यूटी रहेगी कि वे बसों की क्वालिटी चैक करें। साथ ही इस बसों की हैंडङ्क्षलग के लिए मैनपावर का इंतजाम करें।
जिन स्कूलों और एजुकेशनल इंस्टीच्यूशंस में बाऊंड्री वॉल के अंदर पार्किंग का एरिया है, वे ये सुनिश्चित करेंगे कि बच्चे यहीं से बसों में चढ़ें और यहीं से उतरें। अगर पार्किंग नहीं है तो स्कूल के बाहर एक एरिया इसके लिए चिन्हित करें। स्कूल एरिया के पास ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए स्कूल मैनेजमेंट मैनपावर देगी। स्कूल के खुलने और छुट्टी के वक्त स्मूद ट्रैफिक के लिए भी स्कूल मैनेजमैंट की जिम्मेदारी रहेगी, ताकि बच्चों को रोड क्रॉस न करना पड़े। इसके लिए स्कूल ट्रैफिक पुलिस की हैल्प ले सकेंगे।