गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को हथकड़ी लगाकर कड़ी सुरक्षा के बीच पंचकूला कोर्ट

punjabkesari.in Thursday, Aug 03, 2017 - 02:04 PM (IST)

पंचकूला (मुकेश): राजस्थान की अजमेर जेल में विचाराधीन कैदी लॉरेंस बिश्नोई को हथकड़ी लगाकर कड़ी सुरक्षा के बीच राजस्थान पुलिस के कमांडो समेत करीब 20 जवान लेकर बुधवार सुबह पंचकूला कोर्ट पहुंचे। जहां पर राजस्थान पुलिस का एक जवान कोर्ट रूप में एंट्री के साथ-साथ अलग चीजों को भी अपने कैमरे में कैद करता हुआ दिखाई दिया। पंचकूला पुलिस ने कोर्ट के समक्ष दलील दी कि पंचकूला के अस्पताल से पुलिस हिरासत से भागे कैदी दीपक उर्फ टीनू का सुराग लगाने के लिए लॉरेंस बिश्नोई का पुलिस रिमांड चाहिए, क्योंकि दीपक उर्फ टीनू लॉरेंस बिश्नोई के गैंग का ही हिस्सा है। इस आधार पर कोर्ट ने पुलिस को लॉरेंस का 5 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। जोधपुर में हुई फायरिंग के मामले में इन दिनों लॉरेंस बिश्नोई जोधपुर की जेल में कैद था।


 

हरियाणा में दीपक गिरोह ने दिया है कई वारदातों को अंजाम
दीपक कुमार उर्फ टीनू मूल रूप से हरियाणा के जिला भिवानी का रहने वाला है। पंचकूला के पिंजौर स्थित पुलिस थाने में दीपक और उसके साथियों के खिलाफ लूट का मामला भी दर्ज है। इसके बाद 13 फरवरी को पंचकूला सी.आई.ए. की टीम ने इंस्पैक्टर नरेंद्र कादियान के नेतृत्व में अंतर्राज्यीय लुटेरे गिरोह के चार सदस्यों को सैक्टर 23-24 स्थित टी-प्वाइंट के पास से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की थी। पकड़े गए आरोपियों की पहचान भिवानी के जैन चौक तेलीवाड़ा निवासी दीपक कुमार उर्फ टीनू, भिवानी के गांव बड़दू निवासी जोगिंदर सिंह उर्फ जोगा, जिला हिसार के गांव मुगलपुरा निवासी राजेंद्र, हिसार निवासी शुभम के तौर पर हुई थी। 

 

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी की एक स्विफ्ट डिजायर कार, तीन लाख रुपए कीमत वाली बाइक, एक देसी पिस्टल, जिंदा कारतूस, लोहे की रॉड बरामद की थी। पूछताछ के दौरान उस समय आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने करीब 6 लाख रुपए की डिजायर कार डेराबस्सी से गन प्वाइंट पर लूटी थी। यही नहीं करीब तीन लाख रुपए की कीमत वाली बाइक उन्होंने कालका से लूटी थी। इसके अलावा पिंजौर में भी गन प्वाइंट पर एक कार लूटी थी। अहम बात यह भी सामने आई थी कि दीपक उर्फ टीनू के गिरोह ने अंबाला, हिसार, पंचकूला और भिवानी में वारदातों को अंजाम दिया है।

 

पंचकूला के सैक्टर-6 स्थित सामान्य अस्पताल में गत 17 जून शनिवार को पुलिस अंबाला जेल से विचाराधीन कैदी दीपक उर्फ टीनू को एम.आर.आई. करवाने के लिए लाई थी। इसी दौरान दीपक को छुड़वाने के लिए संपत नेहरा ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर अस्पताल की एमरजैंसी वार्ड में सुखदेव सिंह, राकेश कुमार और रोशन लाल नामक पुलिस मुलाजिमों की आंखों में मिर्ची स्प्रे करके छुड़वाने का प्रयास किया। पुलिस मुलाजिम राकेश कुमार ने दीपक को जब नहीं छोड़ा तो संपत नेहरा ने पुलिस मुलाजिम को जमीन पर गिराकर लाते मारी थीं। तब जाकर वह अपने साथी को छुड़वाने में कामयाब हुआ था और दोनों फरार हो गए थे।


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