घरों और पार्किंग से वाहन चोरी गैंग के 3 सदस्य दबोचे, मिले लाखों के वाहन

Monday, Oct 02, 2017 - 08:00 PM (IST)

चंडीगढ़ (सुशील): घरों और पार्किंग से बाइक चोरी कर स्पेयर पार्ट्स बेचने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने धनास से दबोच लिया। आरोपियों की पहचान धनास की अमन कालोनी निवासी 18 साल के रवि उर्फ कालू, अटावा निवासी प्रीतम उर्फ कद्दू व एक नाबालिग के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 15 दोपहिया वाहन बरामद किए हैं। जिनमें 13 बाइक व दो एक्टिवा हैं। पुलिस ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी प्रीतम मैकेनिक है। वह अपने दोनों साथियों के साथ चोरी करता था और बाद में चोरी के वाहनों के स्पेयर पार्ट्स बेचता था। पुलिस ने तीनों को जिला अदालत में पेश किया, जहां से अदालत ने नाबालिग को बाल सुधार गृह और प्रीतम व रवि को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पुलिस का कहना है कि आरोपियों से रिकवर हुए वाहन की कीमत करीब 6 लाख रुपए है। 

 

नाका लगाकर दबोचे आरोपी
एस.एस.पी. निलांबरी विजय जगदले ने प्रैस कांफ्रैंस में बताया कि सारंगपुर थाना प्रभारी शादीलाल और सैक्टर-24 इंचार्ज रोहताश को सूचना मिली थी कि दोपहिया वाहन चोरी कर उनके स्पेयर पार्ट्स चोरी करने वाले गिरोह का सदस्य धनास की तरफ जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस ने पुल के पास नाका लगाकर उन्हें दबोच लिया। आरोपी ने बताया कि उसने बाइक सारंगपुर से चोरी कर रखी है। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस को पता चला कि नाबालिग मैकेनिक प्रीतम की गैंग का सदस्य है, जो मिलकर शहर से वाहन चुराते हैं और फिर वाहनों के पार्ट्स बेचकर पैसे कमाते हैं। 

 

गिरोह के प्रीतम और उसके साथी रवि को पकडऩे के लिए रविवार शाम चार बजे पुलिस ने खुड्डा लाहौरा के पास नाका लगाया। प्रीतम और रवि को रोककर पुलिसकर्मी बाइक के कागजात मांगने लगे। प्रीतम बहाने बनाने लगा पुलिस ने बाइक का नंबर चेक किया तो वह जाली पाया गया। पुलिस ने रवि और प्रीतम को दबोचकर उनकी निशानदेही पर 15 दोपहिया वाहन बरामद हुए हैं। जिनमें 13 बाइक व दो एक्टिवा हैं। प्रीतम सैक्टर-34 स्थित पिकाडली के पीछे वाहन ठीक करने की दुकान लगाता था। वहीं प्रीतम सैक्टर-37 स्थित हिम परिसर  की कैंटीन में वेटर का काम करता है। प्रीतम रवि और नाबालिग तीनों रात के समय वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। 

 

लॉक तोड़कर चुराते थे वाहन 
एस.एस.पी. ने बताया कि प्रीतम मैकेनिक है। उसने वाहन चोरी करने के लिए अपने दो साथी रवि और नाबालिग को स्कूूटर व बाइक का लॉक तोडऩा सिखाया था। गिरोह के तीनों सदस्य वाहन चोरी करने के बाद एक जगह छिपा देते थे। अगले दिन प्रीतम चोरी किए गए वाहन के स्पेयर पार्ट्स अलग कर उन्हेंं बेच देता था। चोरी के वाहनों से होने वाली कमाई को तीनों आपस में बांट लेते थे। 

 

चोरी के ये केस हुए सॉल्व 
दोपहिया वाहन चोरों ने पुलिस स्टेशन-11, सारंगपुर एरिया सैक्टर-26 व सैक्टर-19 थाना एरिया से ज्यादा वाहन चोरी किए थे। पुलिस ने 7 केस सॉल्व कर लिए हैं, जिनमें से सारंगपुर थाने के तीन केस, सैक्टर-11 के दो और सैक्टर-26 व सैक्टर-19 में एक-एक केस दर्ज था।
 

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