पुख्ता जानकारी, पंजाब की किसी जेल में नहीं हुआ बिश्नोई का इंटरव्यू: डी.जी.पी.

Thursday, Mar 16, 2023 - 10:18 PM (IST)

चंडीगढ़,(रमनजीत): कुख्यात अपराधी लॉरेंस बिश्नोई का कुछ दिन पहले एक टी.वी. चैनल पर दिखाए गए इंटरव्यू के मामले में पंजाब के डी.जी.पी. गौरव यादव ने इस बात को सिरे से नकार दिया है कि बिश्नोई का इंटरव्यू बङ्क्षठडा जेल या फिर पंजाब की किसी भी जेल में हुआ है। डी.जी.पी. गौरव यादव ने कहा कि उनके पास तथ्य मौजूद हैं, जो इस बात को पुख्ता करते हैं कि बिश्नोई का इंटरव्यू पुराना है और पंजाब की जेल से नहीं हुआ। 

 

 


पत्रकार वार्ता के दौरान डी.जी.पी. यादव ने दावा किया कि जिस दिन टी.वी. चैनल पर इंटरव्यू चला है, उससे कुछ दिन पहले ही बिश्नोई को राजस्थान पुलिस द्वारा पंजाब पुलिस के हवाले किया गया था, जो कि 8 मार्च का दिन था। उसके बाद 9 मार्च को वह तलवंडी साबो पुलिस की गिरफ्त में प्रोडक्शन वारंट पर रहा और 10 मार्च को वापस बङ्क्षठडा जेल पहुंचा। उन्होंने बङ्क्षठडा जेल में पहुंचने, तलवंडी साबो अदालत में पेशी के वक्त व अन्य तस्वीरें दिखाते हुए कहा कि इन दिनों में बिश्नोई का हेयर स्टाइल बिल्कुल छोटे-छोटे बालों वाला है और दाढ़ी भी शेव की हुई है, जबकि 14 मार्च को टी.वी. पर चले इंटरव्यू में साफ दिखाई देता है कि उसकी बहुत बढ़ी हुई दाढ़ी है और लंबे बाल हंै। इससे पता चलता है कि इंटरव्यू पहले से रिकॉर्डेड था। डी.जी.पी. ने कहा कि इंटरव्यू के दौरान जो टी-शर्ट बिश्नोई ने पहनी हुई है, वह जेल में तलाशी लेने के वक्त उसके पास नहीं मिली।

 

 

डी.जी.पी. ने कहा कि ध्यान से देखा जाए तो उक्त इंटरव्यू में कहीं पर भी जग्गू भगवानपुरिया व गोइंदवाल साहिब जेल में हुई घटनाओं का जिक्र तक नहीं है, जो कि साबित करता है कि यह पहले से रिकॉर्ड किया गया इंटरव्यू है।  डी.जी.पी. ने कहा कि इंटरव्यू को यदि ध्यान से देखा जाए तो उसकी क्वालिटी स्टूडियो स्तर की है, जो कि किसी भी हाल में पंजाब की जेलों में संभव नहीं है। बङ्क्षठडा जेल के जिस सैल में उसे रखा गया है, वह 24 घंटे सी.सी.टी.वी. कैमरों की निगरानी में रहता है और उस हाई सिक्योरिटी जोन को भारत सरकार की मदद से तकनीकी रूप से ऐसा बनाया गया है कि वहां मोबाइल फोन तो क्या, कोई भी इलैक्ट्रॉनिक सिग्नल वाली चीज नहीं चलती। बी.एस.एफ. की सुरक्षा टीम लगातार तैनात रहती है और दिन में चार बार चैकिंग होती है। इतना ही नहीं, सूरज ढलने के समय बाकी जेलों की तरह इस हाई सिक्योरिटी सैल की लाइट्स बंद नहीं की जातीं, बल्कि थोड़ा मद्धम की जाती हैं, ताकि निगरानी में कोई कमी न रहे। 

 

 


डी.जी.पी. यादव ने कहा कि जेल विभाग इस मामले की जांच कर रहा है और हर हाल में इसकी जड़ तक पहुंचा जाएगा तथा सच लोगों के सामने लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अपराधी बिश्नोई ने अपना सारा आपराधिक जाल पंजाब से बाहर अन्य राज्यों की जेलों में बैठ कर ही तैयार किया था और उसने पंजाब की जेलों में आने से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी। अब बहुत से आपराधिक तत्व इस प्रयास में हैं कि फिर से उसे पंजाब से बाहर की जेलों में ले जाया जाए, ताकि उसके आपराधिक कार्य फिर से शुरू हो सकें लेकिन पंजाब पुलिस ऐसा नहीं होने देगी।


 

Ajay Chandigarh

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