एक माह में तीसरा नोटिस, नहीं दिया एक का भी जबाव

Saturday, Dec 09, 2017 - 10:19 AM (IST)

रायपुररानी/बरवाला (संजय पारवाला): मक्खियों की समस्या के जन्मदाता कहे जाने वाले पोल्ट्री फार्मर्स जहां लोगों के लिए सिरदर्द थे, वहीं मार्कीट कमेटी भी पोल्ट्री फार्मर्स और अंडा व्यापारियों से काफी खफा है। इसका बड़ा कारण यह है कि मार्कीट कमेटी द्वारा एक महीने में 3 बार नोटिस भेजे गए, लेकिन आरोप है कि पोल्ट्री फार्मर्स और अंडा व्यापारी जवाब देने में आनाकानी कर रहे हैं। उधर, पोल्ट्री फार्मर्स का कहना है कि जवाब बनता ही नहीं, क्योंकि हम कौन-सा अंडा यहां पर सेल कर रहे हैैं। मामला खिंचता जा रहा है। विश्वसनीय सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि अंडा व्यापारियों ने तो धमकी तक दे डाली थी कि तंग किया तो यहां से 2 कि.मी. दूर पंजाब में चले जाएंगे। जहां अंडे पर मार्कीट फीस भी नहीं है। ऐसे में दोनों के बीच तनातनी बनी हुई है। अब इसे दबाव की कार्यशैली कहा जाए या फिर मार्कीट कमेटी की कमजोर पकड़। 


 

लाइसैंस लेने की कैटेगरी में हम नहीं आते: पोल्ट्री फार्मर
मार्किट कमेटी रायपुररानी-बरवाला द्वारा करीब 110 पोल्ट्री फार्म मालिकों और करीब 22 अंडा व्यापारियों को 30 दिन के भीतर 3 बार नोटिस भेजा गया है कि आप अपने व्यापार का मार्कीट कमेटी से लाइसैंस लेने का काम करें लेकिन रायपुररानी में किसी पोल्ट्री फार्म मालिक ने इस नोटिस का जवाब नहीं दिया। दूसरी तरफ एक-दो अंडा व्यापारियों ने ही जवाब दिया लेकिन किसी अन्य पोल्ट्री फार्म मालिक ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। पोल्ट्री फार्म मालिकों का कहना है वे लाइसैंस लेने की कैटागरी में नहीं आते हैं। ऐसे में मार्किट कमेटी फिजुल में नोटिस भेज रहा है। 

 

पोल्ट्री फार्मर नोटिसों की नहीं कर रहे परवाह
इस बात में कोई दो राय नहीं कि पोल्ट्री के आगे फार्मर लिखा हुआ है और पोल्ट्री फार्मर खुद को किसान भी मानते हैं। मार्किट कमेटी को यह बात हजम नहीं हो रही है। मार्किट कमेटी ने नोटिस दिए हैं कि आप लाईसैंस लीजिए। लाइसैंस लेने की स्थिति में पोल्ट्री फार्मर मार्कीट कमेटी के अधीन आ जाएंगे। फिलहाल तो मार्किट कमेटी मार्किट फीस ही वसूलने तक सिमटा है लेकिन पोल्ट्री फार्मर मार्कीट कमेटी के नोटिसों की कोई परवाह नहीं कर रहे हैं।, ऐसे में अब दोनों के बीच चल रही इस लड़ाई में किसकी जीत होगी, कहना मुश्किल है। जवाब नही देने की बात को मार्किट कमेटी के लिए भी हजम करना मुश्किल है। सरकारी तंत्र है, इतनी जल्दी हार भी नहीं मानेगा। फिलहाल तो नोटिसों के मामले में मार्किट कमेटी फेल साबित हुई है। 


 

अंडा हरियाणा से बाहर बिक रहा है, ऐसे में हम नोटिस का जवाब क्यों दें: दर्शन सिंगला
हरियाणा पोल्ट्री फार्म एसोसिएशन बरवाला के प्रधान दर्शन सिंगला ने कहा कि मार्कीट कमेटी ने नोटिस भेजे हैं लेकिन हमारा उन नोटिस से कोई मतलब नहीं बनता है। पोल्ट्री फार्मर से जो अंडा उत्पादन हो रहा है, वो अंडा हरियाणा से बाहर बिक रहा है। ऐसे में नोटिस का जवाब हम क्यूं दें। बाजरा और मक्का पर पीछे से ही मार्कीट फीस लगकर आ रही है और पोल्ट्री फार्मर मार्कीट फीस भी दे रहे हैं। ऐसे में नोटिसों का जवाब नहीं दिया जा सकता। 


 

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