9 वर्षों में हरियाणा में एम.बी.बी.एस. की सीटों में हुई 3 गुणा वृद्धि

punjabkesari.in Monday, Sep 25, 2023 - 07:01 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यकाल में पिछले 9 सालों में स्वास्थ्य क्षेत्र में हरियाणा की तस्वीर बदली है। स्वास्थ्य क्षेत्र में हरियाणा ने जिस गति से प्रगति की है, वह अपने आप में उल्लेखनीय है। स्वास्थ्य क्षेत्र का आधारभूत ढांचा मजबूत करने व नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने स्वास्थ्य बजट में अभूतपूर्व रूप से वृद्धि की है। जहां वर्ष 2014 में स्वास्थ्य क्षेत्र का बजट मात्र 2800 करोड़ रुपए था, वहीं आज वर्ष 2024-25 में 9,647 करोड़ आवंटित किए गए हैं। प्रदेश में मैडीकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज, होम्योपैथिक कॉलेज, नर्सिंग कॉलेजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। राज्य सरकार हरियाणा के हर जिले में मैडीकल कॉलेज खोल रही है। इस समय प्रदेश में मैडीकल कॉलेज की संख्या 15 हो गई है। इनमें से 9 मैडीकल कॉलेज वर्तमान सरकार के कार्यकाल में खुले हैं। राज्य सरकार ने मैडीकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाई है। परिणास्वरूप एमबीबीएस की सीटों में हुई 3 गुणा वृद्धि हुई है। वर्ष 2014 में प्रदेश में जहां एम.बी.बी.एस. सीटें केवल 700 थी, वहीं वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान आज एम.बी.बी.एस. सीटों की संख्या बढ़कर 2185 हो गई है। पी.जी. की सीटें भी 289 से बढ़कर 851 हो गई हैं।
 

 

 

 

5 मैडीकल कॉलेज और 5 नर्सिंग कॉलेज किए जा रहे स्थापित
कुटैल, करनाल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा, भिवानी जिला, जींद के गांव हैबतपुर, गुरुग्राम, कोरियावास, जिला नारनौल में 5 मैडीकल कॉलेज स्थापित किए जा रहे हैं। जिला फरीदाबाद, पंचकूला, कैथल, कुरुक्षेत्र व रेवाड़ी में 5 सरकारी नर्सिंग कॉलेज खोले जा रहे हैं। राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान छायंसा, जिला फरीदाबाद में बंद हुए गोल्ड फील्ड मेडिकल कॉलेज को सरकार के अधीन लेकर पूर्व प्रधानमंत्री स्वप्तअटल बिहारी वाजपेयी के नाम से शुरू किया है। कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय खोला गया है। करनाल में नर्सिंग कॉलेज व फिजियोथैरेपी कॉलेज खोले गए हैं। सफीदों में भी एक नर्सिंग कॉलेज खोला गया है। वहीं, पंचकूला में राष्ट्रीय आयुर्वेद योग एंव प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान की स्थापना की जा रही है। सरकार द्वारा बाढ़सा, जिला झज्जर में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान खोला गया है। माजरा, जिला रेवाड़ी में एम्स स्थापित किया जा रहा है। अम्बाला छावनी के सिविल अस्पताल में केंद्र-राज्य सहभागिता आधार पर 72 करोड़ से टरशरी कैंसर केयर सैंटर (टी.सी.सी.सी.) की स्थापना की गई है। सभी सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केन्द्र व अमृत केंद्र खोले गए हैं।
 


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Sub Editor

Ajay Chandigarh

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