हरियाणा में एक वर्ष में बढ़ी खराब मीटर्स की संख्या, कमीशन ने मांगी रिपोर्ट

Thursday, Jun 23, 2022 - 09:33 PM (IST)

चंडीगढ़, (विजय गौड़): एक तरफ हरियाणा में बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने का प्रोजैक्ट पूरा होने में अभी कईं वर्ष और लगेंगे, वहीं दूसरी ओर पिछले एक साल के दौरान प्रदेश में खराब मीटर्स की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। हरियाणा इलैक्ट्रिसिटी रैगुलेटरी कमीशन (एच.ई.आर.सी.) के पास बिजली के बिलों से जुड़े मामले में सुनवाई के दौरान उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यू.एच.बी.वी.एन.) की ओर से जो रिपोर्ट सबमिट कराई गई है, उसमें बताया गया है कि उनके एरिया में खराब मीटर्स की संख्या इस साल 31 मार्च तक 82,469 थी। इनमें से सिंगल फेज मीटर 78315 थे, जबकि थ्री फेज मीटर 4154 बताए गए। 
वहीं, पिछले साल 31 मार्च तक यह कुल खराब मीटर्स की संख्या केवल 44,048 बताई गई थी।

 

ऐसे में एच.ई.आर.सी. की ओर से कहा गया कि एक साल में खराब मीटर्स की संख्या लगभग दोगुना हो चुकी है, इससे साबित होता है कि यू.एच.बी.वी.एन. की ओर से खराब मीटर्स को रिप्लेस करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। यही स्थिति दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मामले में भी सामने आई है। हालांकि यू.एच.बी.वी.एन. की ओर से कहा गया कि प्रस्तुत किए गए डाटा में अंतर है और हकीकत में खराब मीटर्स की संख्या कम हुई है। इस पर कमीशन ने 15 दिन के भीतर दोनों निगमों से खराब मीटर्स की एक और रिपोर्ट सबमिट करवाने के निर्देश दिए हैं।

 


-एवरेज बिलों की संख्या में नहीं आई कमी
नियम के अनुसार निगम एक माह में केवल 0.1 प्रतिशत ही एवरेज के आधार पर उपभोक्ताओं को बिल भेज सकता है। लेकिन अप्रैल के माह में यू.एच.बी.वी.एन. ने 6.86 प्रतिशत औसत बिल जारी किए, जबकि डी.एच.बी.वी.एन. ने 6.78 प्रतिशत औसत के आधार पर बिल भेजे। इनमें वो उपभोक्ता भी शामिल हैं, जिनके मीटर खराब हैं। कमीशन की ओर से दोनों निगमों को निर्देश दिए गए हैं कि औसत बिल भेजने के मामले कम किए जाएं और एक माह के भीतर इसकी स्टेटस रिपोर्ट सबमिट करवाई जाए।

Ajay Chandigarh

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