देश में रैसलर की कमी नहीं, सिर्फ उत्साहित करने की जरूरत: कविता

Friday, Jan 18, 2019 - 03:26 PM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन): देश में डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. को बढ़ावा देने व महिलाओं को इस खेल की तरफ आकर्षित करने के उद्देशय  से देश की महिला रैसलर कविता देवी ने भारत में टैलेंट हंट सर्च करने का विचार बनाया है।  टैलेंट ट्राईआऊट भारत में पहले हरियाणा और उसके बाद चंडीगढ़ के पास हो रहा है। इस मौके पर कैनियन सैमन ने बताया कि वह डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. सुपरस्टार्स की अगली पीढ़ी की तलाश में भारत आए है। 

इन्होंने भारत से उन्हें कविता देवी जैसी सुपरस्टार मिल चुकी हैं। अब और महिलाओं को डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. से जोडऩा चाहते है। भारत की महिलाएं अब इस फिल्ड में काफी आगे आ रही है। हाल ही में रोहतक में हुए ट्राईआऊट के दौरान 5-6 महिलाओं ने इस खेल से जुडऩे की इच्छा जताई है। 

वेट लिफ्टिंग छोड़कर शुरू की रैसलिंग
 कविता देवी ने बताया कि वह पहले वेट लिफ्टिंग करती थीं लेकिन अब मेरे ऊपर पहलवानी करने का भूत सवार है। हरियाणा की रहने वाली थी तो लोगों की बातें भी सुननी पड़ी कि महिलाओं को तो घर का ही काम करना चाहिए। लेकिन आखिरी में मन बना लिया और पहलवान बनने की सोच ली। मेरे पति ने इसमें मेरा पूरा साथ दिया। 

ग्रेट खली से सीखा
पहलवान बनने के लिए मुझे किसी अकादमी में दाखिला लेना था। इसके लिए मुझे ग्रेट खली की अकादमी बारे पता चला जो जालंधर में है। इसके बाद वहां गई और एडमिशन लिया, जहां पर मैंने कड़ा अभ्यास किया।  कविता ने बताया उसने रैसलिंग 2016 में शुरू की थी और यूरोप में डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. में भाग लेते समय उन्होंने शूट सलवार में ही फाइट शुरू कर दी थी। अंत में उन्होंने बताया कि वह ग्रेट खली की फैन है।

bhavita joshi

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