साईं मंदिर में चोरी का मामला : 2 गिरफ्तार, ऐसे रची पूरी वारदात

Sunday, Jul 02, 2017 - 08:11 PM (IST)

चंडीगढ़, (सुशील राज): सैक्टर-29 स्थित साई मंदिर के दानपात्र से लाखों रुपए चुराने वाले दो युवकों को ऑपरेशन सेल ने दबोच लिया। आरोपियों की पहचान सैक्टर-29 निवासी अमरजीत सिंह ऊर्फ सोनू और कजेहड़ी निवासी अजय कुमार के रूप में हुई। पुलिस ने उनसे मंदिर से चोरी किए तीन लाख 47 हजार 62 रुपए, तीन मोबाइल, खिलौना पिस्टल बरामद की है। वहीं, चोरी में इस्तेमाल बाइक और गाड़ी भी पुलिस ने बरामद कर ली है। पुलिस ने बताया कि सोनू ने मोबाइल दुकान में हुए घाटे को पूरा करने के लिए चोरी की वारदात को अंजाम दिया। दोनों आरोपियों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर किया। मामले में एक्टिवा ओर चोरी में इस्तेमाल सामान बरामद करने के लिए पुलिस रिमांड मांगा। अदालत ने दोनों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। 

 

ऐसे आए पकड़ में
ऑपरेशन सेल के डी.एस.पी. कृष्ण कुमार ने प्रैस कॉन्फ्रैंस में बताया कि 30 जून को तड़के सैक्टर-29 स्थित साई मंदिर में रखे दानपात्र से लाखों रुपए चोरी होने का मामला दर्ज किया था। ऑपरेशन सेल के इंस्पैक्टर नरेंद्र पटियाल ने अपनी टीम के साथ मौके का मुआयना किया। पुलिस टीम ने घटनास्थल वाली रात का मोबाइल डंप डाटा उठाया। डंप डाटा में घटना की वारदात के समय दो मोबाइल पर बातचीत होते पकड़ी गई। मोबाइल नंबर से मालिक का पता लगाया तो वह सैक्टर-49 निवासी एक महिला का पाया गया। महिला के घर जाकर पुलिस ने मोबाइल के बारे में पता किया। महिला ने बताया कि उसने मोबाइल एक दुकान से नया खरीदा था। पुलिस महिला की निशानदेही पर दुकान पर पहुंची और दुकानदार से पूछताछ की। दुकानदार ने बताया कि कजेहड़ी में मोबाइल की दुकान करने वाला सैक्टर-29 निवासी अमरजीत सिंह उर्फ सोनू उससे मोबाइल लेकर गया था। पुलिस ने सोनू को पकडऩे के लिए सैक्टर-29 कम्युनिटी सैंटर के पास नाका लगाया। नाके पर पुलिस ने कार सवार अमरजीत सिंह उर्फ सोनू और कजेहड़ी निवासी अजय को दबोच लिया। पुलिस ने गाड़ी से तीन लाख 47 हजार 62 रुपए और खिलौना पिस्टल बरामद की। पूछताछ में सोनू ने बताया कि मोबाइल की दुकान करने में उसे काफी घाटा हो गया था। घाटा पूरा करने के लिए उसने साई मंदिर के दानपात्र से नकदी चोरी की थी। 

 

आठ साल से साई मंदिर में माथा टेकने जाता था सोनू
डी.एस.पी. ने बताया कि सोनू आठ साल से साई मंदिर में माथा टेकने जाता था। उससे मंदिर की हर जानकारी थी। उन्होंने बताया कि 23 जून को सोनू ने अपने साथी अजय के साथ साई मंदिर में चोरी की वारदात करने की योजना बनाई थी। इसके लिए उसने बुडै़ल से हथौड़ा, चेहरा छिपाने के लिए टोपी, दस्ताने, जाली पहचान पत्र पर दो मोबाइल फोन और सिम कार्ड खरीदे थे। सोनू हर रोज मंदिर के अंदर जाने के लिए रास्ते को ध्यान से देखता और पूरा नक्शा बना लिया।  

 

ऐसे दिया था वारदात को अंजाम 
पुलिस ने बताया कि साई मंदिर में चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए सोनू और अजय मंदिर के पीछे इक्ट्ठे हुए थे। सोनू गढ़वाल भवन की दीवार से पहली मंजिल पर चढ़कर मंदिर के अंदर गया। हॉल के अंदर जाने के लिए जाली की खिड़की काटकर वह अंदर गया। पहली मंजिल से सोनू अलमारी पर गया और नीचे छलांग मार दी। इससे पहले सोनू ने ब्लैक टेप सी.सी.टी.वी. कैमरों पर लगाने की कोशिश की लेकिन वह लगी नहीं। इसके बाद उसने डायरैक्शन बदल दी। सोनू दानपात्र का ताला तोड़कर नकदी बोरी में डालकर अलमारी पर चढऩे लगा लेकिन वह चढ़ नहीं सका। इसके लिए उसने स्पीकर का सहारा लिया। स्पीकर से अलमारी पर चढ़कर वह गढ़वाल सभा की दीवार फांदकर मंदिर के पीछे पहुंच गया और अजय को फोन किया। अजय एक्टिवा लेकर पहुंचा और सोनू को सैक्टर-29 स्थित घर पर ले गया। सोनू ने मंदिर से चुराई राशि अपनी अल्टो कार के अंदर छिपा दी थी।  

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